बीजिंग, 8 जून (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 5 से 7 जून तक रूस की राजकीय यात्रा की और 23वें सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच में भाग लिया। यात्रा की समाप्ति पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने प्रेस को यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि शी की यात्रा ने स्पष्ट रूप से यह संकेत भेजा है कि चीन-रूस सहयोग मजबूत है और चीन का पारस्परिक लाभ और उभय जीत का विचार अपरिवर्तनीय है। शी की यात्रा से बड़े देशों के बीच संबंधों की निश्चितता तय की गई है और विश्व के विकास में नई शक्ति डाली गई है।
वांग यी ने कहा कि “दोनों देशों के राजनेताओं से चीन-रूस संबंधों का नए काल में प्रवेश किया जाएगा। 70 सालों के परीक्षण से चीन और रूस के बीच बड़े देशों के बीच संबंधों से निपटने का सही रास्ता निकल गया है। उन्होंने एक-दूसरे का समादर करने, न्याय व निष्पक्षता और सहयोग व उभय जीत के नए ढंग वाले अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का आदर्श प्रस्तुत किया है।”
वांग यी ने कहा कि “दोनों देशों के नेताओं ने महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सवालों पर तालमेल बिठाकर विश्व रणनीतिक स्थिरता को मजबूत करने का संयुक्त वक्तव्य जारी किया। चीन और रूस ने रणनीतिक सुरक्षा के क्षेत्र में समान चुनौतियों का सामना करने, क्षेत्रीय सुरक्षा से संबंधित हॉट पाइंट सवालों पर रणनीतिक सहयोग करने की आवाज दी, जिससे चीन-रूस सहयोग की विशेषता, रणनीतिक महत्व और वैश्विक प्रभाव जाहिर है। चीन-रूस सहयोग किसी भी तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं है, और उसपर किसी भी तीसरे पक्ष के द्वारा उत्तेजित नहीं किया जा सकेगा। यात्रा के दौरान दोनों राजनेता व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, अंतरिक्ष उड्डयन, कृषि और शिक्षा से संबंधित 30 समझौतों पर हस्ताक्षर करने की रस्म में उपस्थित हुए, जिससे यह जाहिर है कि अनेक पहलुओं से जुड़े चीन और रूस के बीच पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग आकार ले रहा है।”
(साभार चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)