आरोप है कि इसके बाद सांसदों ने सुपरवाइजर को बुलाया और उसको रोटी खाने को मजबूर किया। इस घटना के बाद नाराज आईआरसीटीसी के कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया। आईआरसीटीसी ने इसके बाद महाराष्ट्र के रेजीडेंट कमिश्नर को शिकायती चिट्ठी भी लिखी, हम आपको बता दें कि महाराष्ट्र सदन में कैटरिंग की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी के जिम्मे है।
मामला सामने आने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोपों को गलत करार दिया है। उनका कहना है कि महाराष्ट्र सदन में जारी घपलों पर पर्दा डालने के लिए शिवसेना सांसदों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सदन में व्यवस्था खराब है। खाने-पीने की व्यवस्था नहीं है बाथरूम नहीं है।
लोकसभा में हंगामा शिवसेना सांसदों का ये मामला लोकसभा में भी उठा। एआईडीएमके के सांसदों ने हंगामा किया। लोकसभा स्पीकर ने शून्यकाल में इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कहा।