शिवपुरी- मध्य प्रदेश में कहीं सड़कें खराब हैं, कहीं सड़क न होने पर लोग बहते नाले को पार कर जान को जोखिम में डाल रहे हैं। ऐसा ही कुछ हुआ शिवपुरी जिले में जहां सत्संग में हिस्सा लेकर लौट रहे सैकड़ों लोगों ने नाला पार करने की कोशिश की तो उनकी जान ही मुश्किल में पड़ गई। किसी तरह इन लोगों को रस्से की मदद से सुरक्षित नाला पार कराया गया।
बताया गया है कि जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र के टोंक गांव के नजदीक में शिव मंदिर के पास स्थित नाला है, जो तेज बारिश के बाद उफान पर आ गया। इस मंदिर में सत्संग सुनने के लिए सुबह जब गए तो नाला में पानी नहीं था और वे आसानी से इसे पार कर गए। वहीं जब सत्संग सुनने के बाद लौटे तो बारिश के साथ नाले में भी पानी आ गया। ग्रामीणों ने नाला का जलस्तर कम होने का इंतजार किया मगर जब ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने जान को जोखिम में डालकर नाला पार करने की कोशिश की, इस कोशिश के दौरान वे बीच में जाकर फंस गए। किसी तरह ग्रामीणों ने रस्सा डालकर सभी को सुरक्षित नाले से बाहर निकाला।
सिरसौद गांव के ग्रामीणों के अनुसार हल्की बारिश से भी नाले में उफान आ जाता है, लोगों के जाने के लिए यही एक मात्र रास्ता है, इसलिए लोग मौत की परवाह किए बिना नाले को पार करते हैं। नाले का जलस्तर लगभग चार तक था उसके बाद भी बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं ने अपनी जान को जोखिम में डालकर नाला पार करने की कोशिश की। इस दौरान जरा सी भी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी।
नाला पार करते हुए लोगों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, मगर कोई भी अधिकारी इस नाले में पानी आने और लोगों के जान को जोखिम में डालकर पार करने के मसले पर बात करने को तैयार नहीं है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों ग्वालियर-चंबल अंचल में जमकर बारिश हुई थी और बाढ़ के हालात बने थे। बड़े पैमाने पर नुकसान भी हुआ था। अब लोग नाला पार करने के लिए जान को ही जोखिम में डालने लगे हैं, इसे देखने वाला कोई नहीं है।