लखनऊ ,15 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे सियासी संग्राम पर वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने सांसद अमर सिंह का बचाव किया है। शिवपाल ने साफतौर पर कहा कि पार्टी में कोई ‘बाहरी व्यक्ति’ नहीं है। अमर सिंह को नेताजी के कहने पर पार्टी में लिया गया है।
उन्होंने कहा कि नेताजी की बात काटने की हैसियत किसी के भतीर नहीं है। पद से कोई छोटा या बड़ा नहीं हो जाता।
शिवपाल गुरुवार को राजधानी में पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि सबको जोड़ने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। 2017 का चुनाव सबको एकजुट होकर लड़ना होगा।
दो मंत्रियों की बर्खातगी पर उन्होंने कहा, “किसी को पद से हटाना और रखना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। उन्होंने किन परिस्थितियों में फैसला लिया, इस पर हम प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकते। अब चुनाव का समय नजदीक है, इसलिए एकता के साथ हमें मैदान में जाना होगा। बहुमत हासिल करना होगा।”
शिवपाल ने कहा, “सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की जानकारी मुझे पहले से नहीं थी। लेकिन जो भी जिम्मेदारी मिली है, उसे बखूबी निभाऊंगा। नेता जी के फैसले को कोई बदल नहीं सकता। पार्टी में कोई दिक्कत नहीं है, पार्टी के लिए हर कुर्बानी स्वीकार है।”
गौरतलब है कि उप्र में समाजवादी पार्टी और सरकार के बीच उठापटक जारी है। दो दिन पहले अखिलेश ने दो मंत्रियों गायत्री प्रसाद प्रजापति व राजकिशोर को बर्खास्त किया, फिर अगले ही दिन उन्होंने मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटा दिया।
अखिलेश के इन फैसलों के बाद दिल्ली में मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर अखिलेश यादव को सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर शिवपाल को उप्र की कमान सौंप दी गई। इसके बाद अखिलेश ने फिर पलटवार किया और शिवपाल को महत्वहीन विभाग देकर उनका कद छोटा कर दिया। उनसे लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग वापस लेकर समाज कल्याण एवं भूमि परती विकास विभाग दे दिया गया।