नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। अगर इरादे मजबूत हों तो कामयाबी स्वत: मिल जाती है। ऐसे ही व्यक्तित्व की मिसाल पेश करती हैं इंटीरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में सफलता का परचम फहराने वाली युवा उद्यमी शर्मीली सागर।
सफलता हासिल करना इतना आसान भी नहीं होता। इसके लिए शर्मीली को कई प्रयत्न करने पड़े। ऑस्ट्रिया के जाने माने होटल मैनेजमेंट संस्थान साल्जबर्गर होटेलफैस्कुले से होटल मैनेजमेंट करने के बाद उन्होंने यूरोप में मिशेलिन स्टार्ड रेस्तरां तथा क्रूज लाइन्स में काम किया।
इन सबके बावजूद उनका दिल कुछ और करने को कह रहा था। साल 1998 में उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया और यहां लाइफस्टाइल फर्नीचर विनिर्माण कंपनी प्रोफॉर्म की नींव रखी।
इसके बाद एक कदम और आगे बढ़ाते हुए उन्होंने साल 2011 में एलन इंटीरियर डिजाइनिंग कंपनी खोली जो आवास, रिटेल, हॉस्पिटैलिटी परियोजनाओं के लिए देशभर में फर्नीचर की डिजाइनिंग और निर्माण का काम करती है।
स्कूली जीवन से ही वह आउटडोर गतिविधियों में दिलचस्पी रखती थीं। साल 2010 में उन्हें लेस मिल्स द्वारा बॉडी कॉम्बैट इंस्ट्रक्टर से प्रमाणित किया गया और फिटनेस फर्स्ट के लिए वह फ्रीलांस करती रहीं।
सफलता के मानदंड के बारे में पूछने पर शर्मीली ने आईएएनएस से कहा, “भारत में सफलता पाने का मानदंड बेहद ज्यादा लेकिन धीमा है। हेल्थ तथा फिटनेस इंडस्ट्री भारत में अभी नया है और इस बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।”
महिलाओं की सफलता में घरेलू जिम्मेदारियों के बाधा बनने के सवाल पर उन्होंने कहा, “महिलाओं के लिए उनका घर सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन मैं इसे बाधा के तौर पर नहीं देखती। महिलाएं मजबूत हैं और कई काम करने में पूर्णत: सक्षम हैं। योजना और साथ देने वाला जीवनसाथी हो, तो सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता।”
युवा महिलाओं को संदेश देते हुए वह कहती हैं कि खुद से प्रेम कीजिए व खुद पर विश्वास करें। और वही करें, जिससे आपको खुशी मिलती हो।