पटना, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक बार फिर राज्य में एक अप्रैल, 2016 से पूर्ण शराबबंदी की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर किसी के मन में भले ही कोई ‘कंफ्यूजन’ हो, लेकिन सरकार के निश्चय में कोई संशय नहीं है।
बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों के एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मद्य निषेध दिवस पर उन्होंने जो घोषणा की, उस पर अमल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी में जनसहयोग और खासकर महिलाओं की सहयोग की जरूरत है। राज्य में शराब बंद करने का निर्णय ले लिया गया है, इसकी कार्य योजना बनाने की जिम्मेदारी उत्पाद व निबंधन विभाग को दिया गया है।
नीतीश ने कहा कि एक अप्रैल, 2016 से नई शराब नीति लागू करेंगे। शराब की वजह से महिलाएं ज्यादा परेशानी में हैं। इसकी वजह से समाज भी बिगड़ रहा है।
बिहार के निबंधन एवं उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने भी कहा कि देसी, विदेशी सहित सभी तरह की शराब पर रोक लगेगी।
मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में अगले वर्ष एक अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की थी।
राजस्व विभाग के अधिकरियों के मुताबिक, राज्य में शराबबंदी लागू होने से सरकार को 5500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।
विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार ने सरकार बनने के बाद राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का वादा किया था।