भोपाल, 22 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को एक और प्राथमिकी दर्ज करते हुए 52 लोगों को आरोपी बनाया है, वहीं परिवहन आरक्षक (ट्रांसपोर्ट कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा के मामले को जांच में लिया है।
सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश मान्यता परीक्षा अधिनियम (एमपी रिक्गनाइज एक्जाम एक्ट 1937) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें 52 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा सीबीआई ने एसटीएफ द्वारा 14 अक्टूबर 2014 में दर्ज एक प्रकरण को जांच में लिया है। यह मामला परिवहन आरक्षक भर्ती का है। इस परीक्षा की ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिक्गनीशन) शीट को बदले जाने का है, जिसमें व्यापमं का कर्मचारी शामिल है। यह परीक्षा 2012 में हुई थी।
ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय ने नौ जुलाई को व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंपी थी। सीबीआई ने बीते सोमवार 13 जुलाई को भोपाल पहुंचकर जांच शुरू कर दी थी। सीबीआई अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। वहीं 17 मौतों को जांच के दायरे में लिया है, जिसमें पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार अभी तक जांच कर रही एसटीएफ ने व्यापमं घोटाले में कुल 55 प्रकरण दर्ज किए गए थे। 2100 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं 491 आरोपी अब भी फरार है। इस जांच के दौरान 48 लोगों की मौत हो चुकी है। एसटीएफ इस मामले के 1200 आरोपियों के चालान भी पेश कर चुकी है।
इस मामले का जुलाई 2013 में खुलासा होने के बाद जांच का जिम्मा अगस्त 2013 एसटीएफ को सौंपा गया था। फिर इस मामले को उच्च न्यायालय ने संज्ञान में लेते हुए पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में अप्रैल 2014 में एसआईटी बनाई, जिसकी देखरेख में एसटीएफ जांच कर रही थी अब मामला सीबीआई के पास है।