एंटाल्या, 15 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जी-20 शिखर सम्मेलन में कहा कि अपने आकार और परिमाण की वजह से भारत वैश्विक विकास और स्थायित्व का स्तंभ हो सकता है।
मोदी ने कहा, “भारत के विकास लक्ष्य, स्थाई विकास लक्ष्य (एसडीजी) के अनुरूप हैं।”
उन्होंने कहा, “हम अपने युवाओं को रोजगार देने के लिए विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और कौशल में निवेश कर रहे हैं। आधारभूत ढांचे की गति और गुणवत्ता को बढ़ा रहे हैं और कृषि को और अधिक उत्पादक और लचीला बनाने में निवेश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, “अपने लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे पास तयशुदा तारीखें हैं। बड़े आर्थिक और शासकीय सुधारों के जरिए हमने 7.5 फीसदी की विकास दर पाई है। भविष्य में इससे भी बेहतर दर हासिल करने की संभावना है।”