नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। दुनियाभर में बढ़ते संरक्षणवाद और व्यापारिक तनाव से पैदा हुई वैश्विक मंदी की आशंका ने पीली धातु की चमक बढ़ा दी है। सोने के भाव में गुरुवार को लगातार सातवें दिन तेजी का सिलसिला जारी रही। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव फरवरी के बाद के सबसे उंचे स्तर पर बना हुआ है।
नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। दुनियाभर में बढ़ते संरक्षणवाद और व्यापारिक तनाव से पैदा हुई वैश्विक मंदी की आशंका ने पीली धातु की चमक बढ़ा दी है। सोने के भाव में गुरुवार को लगातार सातवें दिन तेजी का सिलसिला जारी रही। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव फरवरी के बाद के सबसे उंचे स्तर पर बना हुआ है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर अपराह्न् 16.47 बजे सोने के अगस्त अनुबंध में 102 रुपये की तेजी के साथ 32,782 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था। वहीं, चांदी के जुलाई अनुबंध में 299 रुपये की तेजी के साथ 37,140 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अगस्त अनुबंध में 6.45 डॉलर यानी 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 1,340.45 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हो रहा था। सोने का भाव कॉमेक्स पर करीब तीन महीने के ऊंचे स्तर पर है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी के जुलाई अनुबंध में 0.99 फीसदी की तेजी के साथ 14.93 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
विदेशी बाजार से मिल रहे मजबूत संकेतों और शादी के सीजन में जोरदार मांग के कारण घरेलू बाजार में महंगी धातु की चमक बढ़ गई है।
देश के प्रमुख सर्राफा बाजार अहमदाबाद में गुरुवार को 24 कैरट सोने का भाव 33,700 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था, जो पिछले सत्र से 210 रुपये तेज था। वहीं, चांदी में पिछले सत्र से 450 रुपये की तेजी के साथ 38,200 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था।
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय बताया कि अमेरिका द्वारा पिछले दिनों मेक्सिको और कुछ अन्य देशों पर आयात शुल्क लगाने की चेतावनी देने के बाद से सोने के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ने से तेजी का सिलसिला जारी था, जिसे इस बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती का संकेत मिलने से और सहारा मिला।
उन्होंने कहा कि अमेरिका-चीन व्यापारिक तनाव को लेकर वैश्विक मंदी की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी, इस बीच यह आशंका और गहरा गई है इसलिए निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की तरफ ज्यादा हो गया है।
पिछले सत्र में मंगलवार को सोने का भाव अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर 1,348 डॉलर प्रति औंस तक चला गया था। इससे पहले 21 फरवरी को सोने का भाव 1,350.70 डॉलर प्रति औंस तक उछला था, जबकि इस साल कॉमेक्स पर सोने का सबसे ऊंचा स्तर 1,356 डॉलर प्रति औंस है जो 20 फरवरी को देखने को मिला था।
केडिया ने बताया कि भारत में सोना इस समय डेढ़ से दो डॉलर प्रीमियम पर चल रहा है। मतलब, भारत में इस समय आभूषण कारोबारी जिस भाव पर सोना बेच रहे हैं वह लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन की कीमतों के मुकाबले डेढ़-दो डॉलर प्रति औंस महंगा है।
उन्होंने कहा, “पिछले महीने सोने के भाव में आई नरमी के बाद घरेलू मांग में जोरदार तेजी आई, जिसका एक बड़ा कारण शादी का सीजन रहा, क्योंकि इस सीजन में जेवरात की मांग बढ़ जाती है। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले एक सप्ताह से बुलियन में जबरदस्त तेजी आई है, जिससे घरेलू बाजार में कीमतों को सपोर्ट मिला है।”
जेम्स एंड ज्वेरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट शांतिभाई ने भी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि सोने और चांदी के भाव में मजबूत घरेलू मांग की वजह से तेजी आई है।
हालांकि हैदराबाद के श्रीवेंकटेश ज्वेलर्स के प्रमुख श्याम गुप्ता ने कहा कि हालिया तेजी के बाद लिवाली थोड़ी कमजोर पड़ गई और खरीदार भाव में स्थिरता आने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हैदराबाद में सोने का हाजिर भाव पिछले एक सप्ताह के दौरान करीब 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम उछला है।
जयपुर के एक आभूषण कारोबारी ने कहा कि आमतौर पर सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आने पर मांग ज्यादा बढ़ती है, मगर इस समय भाव ज्यादा बढ़ गए हैं इसलिए कारोबार थोड़ी ढीली पड़ गई है।
सोने में निवेश मांग में मजबूती आने से ईटीएफ की लिवाली बढ़ी है। पिछले सप्ताह शुक्रवार को एसपीडीआर गोल्ट ट्रस्ट की होल्डिंग 0.32 फीसदी बढ़कर 743.21 टन हो गई।