रिपोर्ट के मुताबिक दुग्ध उत्पादों, तेलों और वसा की कीमतों में गिरावट ने अनाजों की कीमतों में आई तेजी के असर को खत्म कर दिया।
एफएओ खाद्य कीमत सूचकांक जून के मुकाबले जुलाई में एक फीसदी नीचे रहा। सूचकांक में गत 16 महीने में 15 बार गिरावट दर्ज की गई है। सूचकांक जुलाई 2014 के मुकाबले 19.4 फीसदी नीचे आ गया है।
इस दौरान अनाजों की कीमतों में औसत दो फीसदी तेजी रही। एफएओ के मुताबिक उत्तर अमेरिका और यूरोप में प्रतिकूल मौसम के कारण अनाजों की कीमतों में यह तेजी आई। चावल की कीमत ने हालांकि समग्र अनाज की कीमत को और बढ़ने से रोक दिया। चावल की एशिया में खूब उपज हुई है।
ब्राजील में अच्छी पैदावार नहीं होने से चीनी की कीमत भी 2.5 फीसदी बढ़ गई।
मांस की कीमतें पूर्व स्तर पर बनी हुई है।
दुग्ध उत्पादों, तेलों और वसा की कीमतों में आई गिरावट के कारण हालांकि समग्र सूचकांक नीचे आ गया। चीन में मांग घटने और यूरोपीय संघ में उत्पादन बढ़ने से दुग्ध उत्पादों की कीमतें 7.2 फीसदी गिरी। तेलों और वसा की कीमत 5.5 फीसदी घटकर करीब छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई। इसका कारण यह है कि एशिया में ताड़ के तेल और दक्षिण अमेरिका में सोया तेल का उत्पादन बढ़ा है।
अगला सूचकांक 10 सितंबर 2015 को जारी होगा। सूचकांक में पांच प्रमुख खाद्य कमोडिटी क्षेत्रों के 55 वस्तुओं की कीमतों को शामिल किया जाता है।