चेन्नई, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। आयकर विभाग ने राज्य के वेल्लोर जिले में सोमवार को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के एक अधिकारी के सीमेंट गोदाम से बड़ी संख्या में नकद जब्त किया था, जिसके बाद असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि इस सीट पर 18 अप्रैल को होने वाला चुनाव होगा या इसे स्थगित कर दिया जाएगा।
सोमवार को आयकर विभाग के अधिकारियों ने एक द्रमुक अधिकारी के सीमेंट गोदाम से कार्टूनों और बोरों से नकद के बंडलों को जब्त किया था। द्रमुक अधिकारी को पार्टी के कोषाध्यक्ष दुरईमुरुगन का करीबी बताया जा रहा है।
नकदी रखने का यह खेल करोड़ों रुपये का है।
नकद जब्त करने के बाद, तत्काल यह प्रश्न उठ रहे हैं कि क्या वेल्लोर संसदीय क्षेत्र में 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव रद्द होंगे और किसी अन्य तारीख को कराए जाएंगे।
दुरईमुरुगन के बेटे डी.एम. कथिर आनंद वेल्लोर सीट से द्रमुक के उम्मीदवार हैं।
2017 में, चुनाव आयोग ने मतदाताओं को बड़े पैमाने पर घूस देने की शिकायत के बाद आर.के. नगर सीट से उपचुनाव को रद्द कर दिया था।
तमिलनाडु के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने कहा कि तलाशी अभियान पूरा होने के बाद आयकर विभाग एक रिपोर्ट सौंपेगा।
चुनाव आयोग जिसके बाद मामले में कोई निर्णय लेगा।
वेल्लोर संसदीय क्षेत्र से 23 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
एमएनएम के उम्मीदवार आर. सुरेश ने आईएएनएस से कहा, ” मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं, चाहे यह 18 अप्रैल को हो या बाद में हो। आयकर छापे और बड़ी संख्या में नकद प्राप्त होने के बाद, कई जो द्रमुक को वोट करने वाले थे, उन्होंने मुझसे कहा है कि इसबार वे मुझे वोट देंगे।”
उन्होंने हालांकि इस बात पर सवाल उठाए कि आयकर विभाग क्यों केवल द्रमुक अधिकारियों के परिसरों पर छापा मार रहा है, जबकि अन्नाद्रमुक के अधिकारियों के परिसरों पर छापे नहीं मारे जा रहे हैं।
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, नकद को दुरईमुरुगन शैक्षणिक ट्रस्ट के स्वामित्व वाले किंग्सटन कॉलेज से 29-30 मार्च की मध्यरात्रि को वेल्लोर के सीमेंट गोदाम में स्थांतरित किया गया था।
आनंद ने उसके परिसरों पर आयकर विभाग के छापे को रुकवाने के लिए मद्रास उच्च न्यायालय का रूख किया है।
कुछ दिन पहले आयकर विभाग के अधिकारियों ने दुरईमुरुगन के वेल्लोर स्थित आवास पर छापे मारे थे और 10 लाख नकद जब्त किया था।