ब्रिस्टल, 6 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान और श्रीलंका ने आईसीसी विश्व कप-2019 की जिस तरह से शुरुआत की थी, उससे लगा नहीं था कि यह टीमें कुछ खास कर पाएंगी, लेकिन अपने दूसरे मैच में ही इन दोनों टीमों ने विजयी पथ पर वापसी की और बताया कि प्रदर्शन में सुधार किसी भी वक्त हो सकता है।
अब दोनों टीमें यहां के काउंटी ग्राउंड पर एक दूसरे के सामने होंगी वो भी एक ही चुनौती के साथ, जीत के क्रम को बनाए रखने की।
पाकिस्तान को पहले मैच में वेस्टइंडीज ने 105 रनों पर ढेर कर दिया था, लेकिन दूसरे मैच में 1992 की विजेता टीम ने इस विश्व कप की सबसे मजबूत दावेदार और मेजबान टीम इंग्लैंड को मात दे सभी को हैरान कर दिया। इस मैच में पाकिस्तान ने 348 रन बोर्ड पर टांगे थे और 14 रनों से जीत हासिल की थी।
श्रीलंका को न्यूजीलैंड ने पहले मैच में 136 रनों पर समेट दिया था। दूसरे मैच में श्रीलंका का सामना छुपी रुस्तम अफगानिस्तान से था। लग रहा था कि मजबूत गेंदबाजी वाली अफगानिस्तान इस मैच में श्रीलंका को पटक देगी लेकिन 1996 की विजेता ने 34 रनों से मैच अपने नाम कर जीत के रास्ते पर वापसी की।
दोनों टीमों का मोनबल बढ़ा है और अब इसे खोना दोनों ही टीमें नहीं चाहतीं। यह मैच दोनों टीमों के लिए परीक्षा से कम नहीं है।
पिछले मैच के प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान का इस मैच में पलड़ा भारी लग रहा है क्योंकि पाकिस्तान ने जिस तरह बल्ले और गेंद से वापसी की वो उसे इस मैच में जीत का प्रबल दावेदार बनाती है।
इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान की टीम में जो अनुभवी खिलाड़ी हैं उन्होंने अपनी अहमियत दिखाई। मसलन प्रोफेसर के नाम से मशहूर मोहम्मद हफीज और टीम के सबसे अच्छे बल्लेबाज माने जाने वाले बाबर आजम के अलावा कप्तान सरफराज अहमद ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं।
वहीं फखर जमान और इमाम उल हक की सलामी जोड़ी ने टीम को मजबूत शुरुआत दी थी।
इंग्लैंड फिर भी मैच में पाकिस्तान से आगे थी और जब मैच उसकी तरफ जाता दिख रहा था तभी टीम को दो सबसे अनुभवी गेंदबाजों वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर ने वो स्पैल डाला जिसने इंग्लैंड से मैच छीन पाकिस्तान की झोली में डाल दिया।
अनुभवी खिलाड़ियों का होना पाकिस्तान के लिए सरप्लस है जो श्रीलंका के पास नहीं है। श्रीलंका के पास ले देकर एंजेलो मैथ्यूज ही एक अनुभवी खिलाड़ी हैं लेकिन इस समय उन्हें क्या हुआ यह किसी को पता नहीं। बल्ला और गेंद दोनों मैथ्यूज से मानो रूठे बैठे हैं।
पिछले मैच में कुशल परेरा ने सबसे ज्यादा 78 रन बनाए थे। उनके अलावा कोई और बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सकेगा। श्रीलंका को जीत उसकी गेंदबाजी ने दिलाई थी। नुवान प्रदीप ने अहम समय पर चार विकेट लेकर अफगानिस्तान को हार के लिए विवश कर दिया था।
लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंका को अपने खेल के स्तर को और आगे ले जाना होगा। अफगानिस्तान के खिलाफ जीत ने उसे वो आत्मविश्वास दिया है जो उसे जरूरी था लेकिन उस खेल से पाकिस्तान को नहीं हरा सकती। इसके लिए श्रीलंका को दो कदम और आगे जाना होगा।
यह मैच दोनों टीमों के लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि जीत टीम को बेहतर मानसिक स्थिति में पहुंचा देगी तो हार सवाल खड़े कर देगी।
टीमें (संभावित) :-
श्रीलंका : दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), अविश्का फर्नाडो, लाहिरू थिरिमाने, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजय डी सिल्वा, इसुरु उदाना, मिलिंदा श्रीवर्दना, थिसारा परेरा, जीवन मेंडिस, कुशल परेरा (विकेटकीपर), कुशल मेंडिस, जैफ्री वैंडरसे, लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप।
पाकिस्तान : सरफराज खान (कप्तान/विकेटकीपर), फखर जमन, इमाम-उल-हक, बाबर आजम, आसिफ अली, शोएब मलिक, मोहम्मद हफीज, हारिश सोहेल, शादाब खान, इमाद वसीम, शाहीन अफरीदी, हसन अली, मोहम्मद हसनेन, वहाब रियाज, मोहम्मद आमिर।