होबार्ट, 10 मार्च (आईएएनएस)। आईसीसी विश्व कप-2015 का 35वां मुकाबला बुधवार को 1996 के विश्व चैम्पियन श्रीलंका और टूर्नामेंट में अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार कर रहे स्कॉटलैंड के बीच बेलेरीव ओवल मैदान पर खेला जाना है।
बांग्लादेश ने हालांकि इंग्लैंड को सोमवार को हराकर आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-ए की स्थिति बहुत हद तक साफ कर दी है। इस ग्रुप से न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और श्रीलंका का नॉकआउट दौर में पहुंचना तय है।
ऐसे में श्रीलंका और स्कॉटलैंड के बीच होने वाला मुकाबला केवल इस लिहाज से महत्वपूर्ण होगा कि कौन-सी टीम कितने अंकों के साथ अगले दौर में पहुंचती है।
श्रीलंका के पांच मैचों में अभी छह अंक हैं और वह चौथे पायदान पर है। अगर श्रीलंकाई टीम यहां जीत हासिल करती है तो उसके आठ अंक हो जाएंगे और वह तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगी। वहीं, स्कॉटलैंड ने चार मैच खेले हैं और उसे अब भी पहली जीत का इंतजार है।
श्रीलंका ने इस टूर्नामेंट में खेले पांच मैचों में इंग्लैंड, अफगानिस्तान और बांग्लादेश को हराया है जबकि आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से उसे हार का सामना करना पड़ा।
श्रीलंका के लिए हालांकि इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ी मुसीबत उसके खिलाड़ियों का चोटिल होना है। तीन चोटिल खिलाड़ी मूल विश्व कप टीम से पहले ही हटाए जा चुके हैं। आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में दिनेश चांडीमल भी मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से रूबरू हुए।
उनके स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच में खेलने की संभावना नहीं है। रंगना हेराथ भी ऊंगली की चोट से ग्रस्त हैं, हालांकि ऐसी खबरें हैं कि वह फिट हैं और इस मैच में खेलेंगे।
दूसरी ओर, स्कॉटलैंड के बल्लेबाज काइल कोएत्जर के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी। उन्होंने अपने खेल से इस टूर्नामेंट में काफी प्रभावित किया है। कोएत्जर ने इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ क्रमश: 71 और 156 रनों की पारी खेली थी। वह अंतर्राष्ट्रीय करियर में 1000 रन पूरा करने से 29 रन दूर हैं। वह अगर यह उपलब्धि हासिल करते हैं तो ऐसा करने वाले वह स्कॉटलैंड के तीसरे बल्लेबाज होंगे।
कुमार संगकारा स्कॉटलैंड के गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होंगी जो इस टूर्नामेंट में अब तक तीन शतक लगा चुके हैं।
स्कॉटलैंड और श्रीलंका इससे पहले केवल एक बार 2011 में एडिनबर्ग में भिड़े हैं। श्रीलंका ने वह मैच 183 रनों से जीता था।
टीम (संभावित) :
श्रीलंका : लाहिरु थिरिमाने, तिलकरत्ने दिलशान, कुमार संगकारा (विकेटकीपर), माहेला जयवर्धने, एंजेलो मैथ्यूज (कप्तान), उपुल थरंगा, सचित्रा सेनानायके, थिसारा परेरा, सिकुगा प्रसन्ना, लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमाल, रंगना हेराथ।
स्कॉटलैंड : काइल कोएत्जर, एलेक्स मैक्लियोड, हामिश गर्डिनर, मैट माचन, प्रेस्टन मोमसेन (कप्तान), रिची बेरिंगटन, रॉब टेलर, मैथ्यू क्रॉस (विकेटकीपर), जॉन डावे, एलास्देर इवांस, माजिद हक, इयान वार्डलॉ।