वेलिंग्टन, 16 मार्च (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा विश्व कप मैचों के दौरान सिख समुदाय के प्रशंसकों पर कृपाण पहन कर स्टेडियम में जाने पर लगी रोक को सोमवार को गलत बताया।
समाचार पत्र ‘न्यूजीलैंड हेराल्ड’ के अनुसार, शनिवार को इडेन पार्क मैदान में भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए मैच के दौरान सात सिख क्रिकेट प्रशंसकों को स्टेडियम में आने से इसलिए रोक दिया गया था, क्योंकि उन्होंने कृपाण धारण कर रखा था।
दरअसल, कृपाण एक छोटे तलवार की तरह होता है जिसे धार्मिक कारणों से सिख समुदाय के लोग धारण करते हैं।
की ने हालांकि इस विवाद के बाद सिख समुदाय से मुलाकात की और उनसे सहानुभूति जताते हुए कहा कि वह उनकी मुश्किल को समझते हैं।
की ने कहा, “यह आईसीसी का टूर्नामेंट है और इसलिए हम उन पर कोई दबाव नहीं बना सकते। मेरी समझ में कृपाण बेहद छोटा होता है और इससे किसी को नुकसान नहीं हो सकता।”
सुप्रीम सिख काउंसिल के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने भी आईसीसी के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि पूरा समुदाय इस फैसले से नाराज है और इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाया जाएगा।
दलजीत के अनुसार, “हमें बताया गया है कि न्यूजीलैंड में कृपाण पहनने को लेकर कोई मनाही नहीं है। इस प्रतिबंध को हालांकि आईसीसी द्वारा लगाया गया है। यह गलत है और यहां न्यूजीलैंड के कानून का पालन किया जाना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड में कृपाण को कानूनी मान्यता प्राप्त है, लेकिन हवाई यात्राओं में इसे लेकर नहीं जाया जा सकता।
की ने हालांकि कहा कि न्यूजीलैंड की सरकार अब इसमें भी छूट देने पर विचार करेगी।
की के अनुसार, “कुछ देशों जैसे ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया ने इसे कानूनी मान्यता दे दी है। हमें भी इस बारे में सोचना होगा।”