एडिलेड, 15 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपना जीत का रिकार्ड बनाए रखा है। भारतीय टीम ने रविवार को एडिलेड ओवल मैदान पर न सिर्फ पाकिस्तान को 76 रनों से हराया बल्कि क्रिकेट के इस महाकुंभ में खिताब बचाने के अपने अभियान का मनचाहा और जोरदार आगाज किया। भारत विश्व कप में पाकिस्तान को लगातार छह बार हरा चुका है।
भारतीय टीम ने मैन ऑफ द मैच चुने गए विराट कोहली (107), शिखर धवन (73) और सुरेश रैना (74) की मदद से पहले बल्लेबाजी करते हुए पूल-ए के इस मैच में सात विकेट पर 300 रन बनाए और फिर मोहम्मद समी (35-4) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान को 47 ओवरों में 224 रनों पर सीमित कर दिया।
पाकिस्तान की ओर से कप्तान मिस्बाह उल हक ने सबसे अधिक 76 रन बनाए जबकि अहमद शहजाद ने 47 और हारिस सोहेल ने 36 रनों का योगदान दिया। शाहिद अफरीदी ने भी 22 रन जोड़े। भारत की ओर से उमेश यादव और मोहत शर्मा ने दो-दो विकेट लिए जबकि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली।
पाकिस्तान बल्लेबाजी के दौरान एक मौके पर भी भारत पर हावी नहीं हो सका। 11 रन के कुल योग पर यूनिस खान (6) का विकेट गिरने के बाद शहजाद और हारिस ने दूसरे विकेट के लिए 68 रन जोड़ते हुए हालात को सुधारने का प्रयास किया लेकिन रन औसत के बढ़ते दबाव ने उन्हें जोखिम लेने पर मजबूर कर दिया।
इसी मजबूरी में हारिस अपना विकेट अश्विन को दे बैठे। अश्विन ने 79 के कुल योग पर हारिस को आउट करके भारत को अपेक्षित सफलता दिलाई। हारिस ने 48 गेंदों पर तीन चौके लगाए। इसके बाद शहजाद ने मिस्बाह के साथ तीसरे विकेट के लिए 23 रन जोड़े।
शहजाद का विकेट 102 के कुल योग पर गिरा। शहजाद ने 73 गेंदों पर पांच चौके लगाए। 102 के ही कुल योग पर उमेश ने शोएब मकसूद (0) को चलता किया और फिर 103 के कुल योग पर जडेजा ने उमर अकमल (0) को आउट करके भारत को पांचवीं सफलता दिलाई।
पाकिस्तान 25वें ओवर तक जाते-जाते लड़ाई हार चुका था। विकेट पर मिस्बाह थे और उनका साथ देने आए थे अफरीदी, जो बूम-बूम पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं। भारतीय गेंदबाजों ने हालांकि अफरीदी को इसका मौका नहीं दिया और 149 के कुल योग पर उन्हें चलता कर दिया। अफरीदी ने 22 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया।
अफरीदी का विकेट 147 के कुल योग पर गिरा और फ्रि 154 के कुल योग पर वहाब रियाज (4) को समी ने चलता किया। यासिर शाह (13) ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाते हुए हालांकि कप्तान के साथ सातवें विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी की लेकिन 203 के कुल योग पर उनका भी सब्र टूट गया।
मिस्बाह ने मैदान पर अपनी मौजूदगी का अहसास कराते हुए कुछ जोरदार शॉट्स लगाए और दर्शकों का मनोरंजन किया। 220 के कुल योग पर वह भी पवेलियन लौट गए। मिस्बाह ने 84 गेंदों पर नौ चौके और एक छक्का लगाया। अंतिम विकेट 224 के कुल योग पर सोहेल खान (7) के रूप में गिरा।
कोहली, धवन और रैना की पारियों से सजा भारतीय स्कोर :
इससे पहले, खराब दौर से उबरने के बाद विश्व कप में अपना पहला शतक लगाने वाले विराट कोहली (107) और शिखर धवन (73) तथा सुरेश रैना (74) की उम्दा अर्धशतकीय पारियों की मदद से भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 300 रन बनाए।
भारत और भी अच्छा स्कोर खड़ा कर सकता था लेकिन कोहली के आउट होने के बाद बल्लेबाज उस समझदारी का परिचय नहीं दे सके, जिसके जरिए वे तेजी से रन बटोर सकते थे। कोहली का विकेट 273 रन पर गिरा था और उसके बाद से भारत ने पांच ओवरों में माज्ञ 27 रन जोड़े और पांच अहम विकेट गंवा दिए।
विकेट हाथ में होना भारत के लिए अच्छा संकेत था क्योंकि ऐसी स्थिति में बल्लेबाज खुलकर रन बटोर सकते थे लेकिन भारत के लिए ऐसा नहीं हो सका। पाकिस्तान ने पारी के मध्य में जो कुछ खोया था, उसे उसने अंतिम पहर में हासिल कर लिया और भारत को 300 रनों पर सीमित कर दिया, जबकि भारत कम से कम 325 का योग हासिल कर सकता था।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उसका यह फैसला सही साबित होता दिखा क्योंकि रोहित शर्मा (15) और धवन अच्छी लय में नजर आ रहे थे। खासतौर पर रोहित ज्यादा अच्छी लय में थे क्योंकि धवन पर अच्छी पारी खेलने का दवाब था।
धवन उस दबाव में दिख रहे थे लेकिन रोहित पर किसी प्रकार का दबाव नहीं था। इसके बावजूद रोहित ने 34 के कुल योग पर वह गलती की, जिसकी उनसे उम्मीद नहीं थी। सोहेल खान की एक गेंद को पुल करने प्रयास में मिस्बाह को एक आसान कैच दे बैठे। रोहित ने 20 गेंदों पर दो चौके लगाए।
इसके बाद हालांकि धवन और कोहली ने भारत को मैच में वापसी कराने का काम किया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 129 रनों की साझेदारी की। 163 के कुल योग पर धवन एक रन चुराने के प्रयास में आपसी गलतफहमी का शिकार हुए और रन आउट हो गए। इस तरह उनकी 76 गेंदों की उम्दा पारी का दुखद: अंत हुआ। धवन ने धवन ने 76 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया।
धवन के आउट होने के बाद कोहली का साथ देने रैना आए। रैना को इसलिए भेजा गया क्योंकि वह रन गति में तेजी ला सकें। रैना ने यह काम बखूबी किया और कोहली के साथ 15.3 ओवरों में 7.09 के औसत से तीसरे विकेट के लिए 110 रन जोड़े।
कोहली का विकेट 273 के कुल योग पर गिरा। विश्व कप में अपना पहला तथा भारत के लिए 22वां शतक लगाने वाले कोहली ने 126 गेंदों का सामना कर आठ चौके लगाए।
कोहली का स्थान लेने आए कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (18) खुलकर हाथ नहीं दिखा पा रहे थे, लिहाजा यह जिम्मेदारी रैना को लेनी थी। रैना इसी प्रयास में 284 के कुल योग पर कैच आउट हो गए। रैना ने 56 गेंदों का सामना कर पांच चौके और तीन छक्के लगाए।
इसके बाद भारत ने 296 के कुल योग पर रवींद्र जडेजा (3), धौनी और अजिंक्य रहाणे (0) के विकेट गंवाए। जडेजा को वहाब रियाज ने बोल्ड किया जबकि धौनी और रहाणे को सोहेल खान ने आउट किया। इस तरह खान ने अपनी टीम की हैट्रिक पूरी की। खान ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए जबकि रियाज ने एक सफलता हासिल की।