विशाखापट्टनम/तिरुवनंतपुरम, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अनुभवी नेता वी.एस.अच्युतानंदन ने रविवार को कहा कि माकपा की केंद्रीय समिति की बैठक में उन्हें एक ‘विशेष आमंत्रित’ सदस्य का दर्जा दिया गया है, जो अनुचित नहीं है।
माकपा की 91 सदस्यीय केंद्रीय समिति पार्टी की सर्वाधिक शक्तिशाली नीति निर्धारण संस्था है। अच्युतानंदन (91) ने पार्टी की नई केंद्रीय समिति की आधिकारिक घोषणा के आने से पहले स्वयं ही अपने नए दर्जे की घोषणा की।
माकपा के 21वें अधिवेशन का समापन आज विशाखापट्टनम में हुआ। बैठक स्थल से बाहर निकले हुए अच्युतानंदन ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें उनके स्वास्थ्य की वजह से नहीं, बल्कि उम्र की वजह से विशेष आमंत्रित सदस्य का दर्जा दिया गया है।
अच्युतानंदन ने चेन्नई जाने के लिए हवाईअड्डे जाते हुए कहा कि इस फैसले में कुछ गलत नहीं है और मैं इसे स्वीकार करता हूं। वह चेन्नई से तिरुवनंतनपुरम के लिए दूसरा विमान पकड़ेंगे।
अच्युतानंदन ने कहा, “यह पार्टी में बदलाव की एक नई शुरुआत होने जा रही है।” उनकी सीताराम येचुरी से नजदीकी सर्वव्यापी है और उन्होंने येचुरी को मीडिया के सामने शुभकामनाएं दी।
अच्युतानंदन उन लोगों में सक एकमात्र ऐसे जीवित सदस्य हैं, जिन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से निकल कर 1964 में माकपा का गठन किया था।
इन्हें 2009 में पोलित ब्यूरो से बाहर कर दिया गया था। उस समय अच्युतानंदन केरल के मुख्यमंत्री थे।