न्यूयार्क, 1 मई (आईएएनएस)। मच्छररोधी कीटनाशकों का हवाई जहाज से छिड़काव करने की स्थिति में उन इलाकों में पैदा हुए नवजात शिशुओं में ऑटिज्म और शारीरिक विकास में देरी के खतरे बढ़ जाते हैं। एक नए शोध में यह चेतावनी दी गई है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों को कीटनाशकों के छिड़काव का कोई नया तरीका ढूंढना चाहिए, ताकि इससे बच्चों का संपर्क ना हो और इससे जुड़े खतरों से बचाव हो।
उन्होंने पाया कि 2003 से गर्मियों के दौरान जिन इलाकों में हवाई जहाज से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया था। वहां उन इलाकों जहां हवाई जहाज की बजाए घर-घर जाकर कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, के मुकाबले ऑटिज्म और शारीरिक विकास में देरी होने के मामलों में 25 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई।
शोध प्रमुख स्टीवन हिक्स के अनुसार, “हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि जिन तरीकों से कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है, उसमें खतरा है। हालांकि मच्छरजनित बीमारियों से बचाव करना स्वास्थ्य विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है।”
इन कीटनाशकों से उन मच्छरों को निशाना बनाया जाता है जो ईस्टर्न इक्यूइन एनसेफेलाइटिस वायरस को ढो रही होती है। इसके कारण दिमाग से लेकर रीढ की हड्डी तक में सूजन आ जाती है। इससे मस्तिष्क ज्वर नाम की बीमारी होती है।
इस अध्ययन को अमेरिका के बाल्टीमोर में होनेवाले पीडियाट्रिक एकेडमिक सोसाइटीज 2016 बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।