रांची, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड में एकजुट विपक्ष ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। विपक्ष का यह बंद राज्य सरकार के दो भूमि कानूनों में बदलाव के प्रस्ताव और बीते दो महीने में पुलिस की गोलीबारी के विरोध में किया गया है।
बंद का आह्वान संयुक्त रूप से झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल द्वारा किया गया है। इसका झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाकपा एवं माकपा ने समर्थन किया है।
सभी विपक्षी पार्टियां मुख्यमंत्री रघुवर दास सरकार द्वारा शुरू किए गए छोटा नागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) में अध्यादेश के जरिए संशोधनों का विरोध कर रही हैं। वे पुलिस द्वारा गोलीबारी की तीन घटनाओं पर भी विरोध जता रही हैं। इनमें हजारीबाग जिले के बरकागांव में की गई पुलिस फायरिंग भी शामिल है।
पार्टियों ने वाणिज्य मंडलों, व्यापारियों और सामाजिक संगठनों से सोमवार के बंद को पूरा सहयोग देने को कहा है और अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की है।
बंद का यह आह्वान शनिवार को खूंटी जिले में पुलिस गोलीबारी के दो दिन बाद किया जा रहा है। इसमें एक आदिवासी व्यक्ति की मौत हो गई थी। हड़ताल एक अक्टूबर को हजारीबाग जिले के बरकागांव में पुलिस की गोलीबारी के खिलाफ भी बुलाई गई है जिसमें चार ग्रामीणों की मौत हुई थी।