नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष पर रक्षा बलों का अपमान करने और ‘आतंकवाद का समर्थन करने और सशस्त्र बलों पर सवाल उठाने वालों को ठिकाना बनने’ का आरोप लगाया।
उन्होंने यह बयान राहुल गांधी के प्रमुख सलाहकार सैम पित्रोदा के पुलवामा आतंकी हमले के संबंध में दिए बयान के बाद दिया।
पित्रोदा ने कहा था कि ऐसी घटनाएं ‘हमेशा होती रहती हैं’ और 2008 मुंबई हमले के बाद संप्रग सरकार भी विमान सीमापार भेज सकती थी, लेकिन ‘दुनिया से निपटने के लिए यह सही तरीका’ नहीं है।
मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, “कांग्रेस राजघराने के वफादार दरबारी ने वह मान लिया है जो देश पहले से जानता है कि कांग्रेस आतंकवादी ताकतों को जवाब नहीं देना चाहती। यह नया भारत है-हम आतंकवादियों को उसी की भाषा में जवाब देंगे जो उसे समझ में आती है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष के सबसे भरोसेमंद सलाहकार और मार्गदर्शक ने कांग्रेस की तरफ से पाकिस्तान के नेशनल डे समारोह की शानदार शुरुआत सेना के अपमान के साथ कर दी है। शर्मनाक ।”
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा था कि पुलवामा हमला वोट पाने के लिए की गई साजिश थी और नई सरकार के आने के बाद इसकी जांच कराई जाएगी।
मोदी ने इस पर कहा, “रामगोपाल जी जैसे वरिष्ठ नेता का यह निंदनीय बयान उन सभी का अपमान है जिन्होंने कश्मीर की हिफाजत में अपनी जानें दी हैं। यह शहीदों के परिवारों का अपमान है। विपक्ष आतंकवाद का समर्थन करने और सशस्त्र सेनाओं पर सवाल उठाने वालों का ठिकाना हो गया है।”
उन्होंने विपक्ष पर बार-बार सुरक्षा बलों का अपमान करने का आरोप लगाया।
इससे पहले भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर ‘पाकिस्तान से आतंकवाद को अलग करने’ का आरोप लगाया।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, “शीर्ष कांग्रेस नेता व राहुल गांधी के प्रमुख सलाहकार सैम पित्रोदा एक तरफ पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ वह मोदी सरकार व भारत को हवाई हमलों के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पाकिस्तान को आतंकवाद से अलग करने का कांग्रेस का आश्चर्यचकित करने वाला प्रयास है।”