नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)। पिछले सप्ताह लिवाली बढ़ने से घरेलू शेयर बाजार गुलजार रहा, लेकिन इस सप्ताह बाजार की नजर विदेशी संकेतों व सप्ताह के दौरान जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों पर होगी। खासतौर से डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल के भाव की तेजी या मंदी से भारतीय शेयर बाजार का रुख तय होगा।
घरेलू व वैश्विक आर्थिक आंकड़ों व घटनाक्रमों का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है। बाजार की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश संबंधी रुझानों पर होगी।
सप्ताह के दौरान मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश के चालू खाते के आंकड़े जारी हो सकते हैं। इससे पहले दूसरी तिमाही में भारत का चालू खाता घाटा बढ़कर 19.1 अरब डॉलर यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.9 फीसदी हो गया था, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में चालू खाता घाटा 6.9 अरब डॉलर यानी जीडीपी का 1.1 फीसदी था।
भारतीय शेयर बाजार को इस सप्ताह विदेशी संकेतों से दिशा मिल सकती है, क्योंकि अमेरिका और इंग्लैंड के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दर निर्धारण को लेकर फैसले किए जा सकते हैं।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक होने वाली है, जिसमें ब्याज दर को लेकर फैसले किए जा सकते हैं। फेड ने 30 जनवरी, 2019 को ब्याज दर 2.25-2.5 फीसदी के रेंज में रखी थी। उधर, बैंक ऑफ इंग्लैंड गुरुवार को ब्याज दरों के निर्धारण को लेकर फैसला ले सकता है।
इसके अलावा यूके में बेरोजगारी लाभ का दावा करने वालों के फरवरी महीने के आंकड़े मंगलवार को जारी हो सकते हैं। जनवरी में यूके में 14,200 लोगों ने बेरोजगारी लाभ के दावे किए थे। यह आंकड़ा दिसंबर में 20,200 था। यूके में फरवरी महीने की महंगाई के आंकड़े बुधवार को जारी हो सकते हैं। इससे पहले जनवरी में महंगाई दर 1.8 फीसदी दर्ज की गई थी।
जापान में फरवरी महीने के व्यापार संतुलन के आंकड़े सोमवार को आ सकते हैं। जनवरी में जापान में व्यापार घाटा 1,415 अरब येन था। जापान में फरवरी महीने की महंगाई दर के आंकड़े शुक्रवार को जारी हो सकते हैं। जनवरी में वहां महंगाई दर 0.2 फीसदी दर्ज की गई थी।
सप्ताह के दौरान होली के अवकाश के कारण गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा।