मुंबई, 4 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य नीतिगत दरों में बुधवार को की गई कटौती का स्वागत किया और कहा कि यह वित्तीय घाटा कम करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भरोसे की मुहर है और इससे आम आदमी के लिए ऋण लेना सस्ता हो जाएगा।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अब हम उम्मीद से दृढ़ विश्वास की तरफ बढ़ गए हैं।” उन्होंने कहा कि दर कटौती निकट भविष्य में अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए जरूरी संबल प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, “अतिरिक्त कटौती भविष्य में आने वाले आंकड़ों पर निर्भर करेगी।” उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि रेटिंग एजेंसियां इससे अपनी रेटिंग में जरूरी संशोधन कर सकती हैं।
सिन्हा ने कहा, “यदि आप पिछले कुछ दिनों में जो कुछ भी हुआ उस पर गौर करें, जैसे रेल बजट, आम बजट, आर्थिक सर्वेक्षण और अब आरबीआई की दर कटौती, तो आप को लगेगा कि अर्थव्यवस्था मजबूती की तरफ बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा, “परिदृश्य बेहतर लग रहा है, क्योंकि ये आंकड़े और सुधार प्रक्रियाओं पर निर्भर हैं। बजट से विकास दर बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए यदि परिदृश्य बेहतर है, तो रेटिंग एजेंसियों को बेहतर हो रहे परिदृश्य से जरूरी संकेत लेना चाहिए।”
रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को अप्रत्याशित रूप से मुख्य नीतिगत दरों में 25 आधार अंकों की कटौती कर दी। रिजर्व बैंक ने यह कटौती इस उम्मीद के साथ की है कि आने वाले कारोबारी वर्ष में महंगाई दर में और नरमी आएगी।
रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की गई, जिसके बाद यह 7.75 फीसदी से घटकर 7.5 फीसदी हो गई, जबकि रिवर्स रेपो दर 6.75 फीसदी से घटकर 6.5 फीसदी हो गई।