नई दिल्ली, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि आज हमारा देश आजादी के 70 वर्ष बाद भी जिन समस्याओं एवं चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनका समाधान करने के लिए विज्ञान को एक जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में आयोजित भारत के अब तक के सबसे बड़े विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं औद्योगिक एक्सपो के उद्घाटन
के बाद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि विज्ञान की मदद से प्रधानमंत्री की मुख्य योजनाओं को सफल बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्मार्ट सिटी’ जैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के जरिए देश के लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज वैसी अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित करने की जरूरत है जो हमारे लोगों की जरूरतों के अनुकूल हो। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है कि लोगों के जीवन स्तर के साथ कोई समझौता नहीं हो।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज विज्ञान को व्यापक आधार देने की जरूरत है तथा इसे जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए। वैज्ञानिक चेतना को जमीनी स्तर पर बढ़ावा दिया जाना चाहिए, खास तौर पर स्कूली बच्चों के बीच।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज जरूरत इस बात कि है कि हम विज्ञान का सदुपयोग करें तथा हम परम्परागत सोच से उपर उठ कर सोचें। हमारे पास प्रतिभा है, संसाधन है, विवेक है तथा प्रौद्योगिकी है। हमें अपने संसाधनों को सुव्यवस्थित तरीके से इस्तेमाल करना होगा तथा सरकार के विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देना होगा।
डॉ. हर्षवर्धन ने आज कहा, “भूखमरी, बिजली संकट, गंदगी तथा रोजगार की कमी जैसी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है अगर विज्ञान, उद्योग तथा शैक्षिक जगत मिलकर काम करें।”
यह एक्सपो नई दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की मेजबानी में आईआईटी परिसर में आयोजित हो रहा है।