वाशिंगटन, 1 जनवरी – वर्ष 2014 3डी प्रिंटिंग और धूमकेतु पर उपग्रह के पदार्पण जैसी क्रांतिकारी खोजों का वर्ष रहा और आने वाले वर्ष में विज्ञान के क्षेत्र में महान आविष्कारों के होने की पूरी संभावना है। विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिष्ठित शोध पत्रिका ‘नेचर’ के अनुसार, आने वाला वर्ष भी नई खोजों वाला साबित होगा और वर्ष की पहली बड़ी खबर मार्च में ब्रह्मांड की स्थापना का रहस्य खोजने के लिए चल रहे अभियान के तहत लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर के दो वर्ष के बाद दोबारा शुरू होने के साथ मिल सकती है।
पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से अगर कार्बन का सर्वाधिक उत्सर्जन करने वाले दो देश अमेरिका और चीन 2014 में किए गए उत्सर्जन कम करने के अपने वादों पर कायम रहते हैं तो आने वाला वर्ष इस दिशा में अहम साबित हो सकता है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, “यह दिसंबर में पेरिस में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नई अंतर्राष्ट्रीय संधि का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।”
पश्चिम अफ्रीकी देशों गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन में महामारी की तरह फैले इबोला पर काबू पाने वाले उपचार की खोज भी आने वाले वर्ष की बड़ी उपलब्धियों में शामिल हो सकती है।
इबोला के टीके का परीक्षण आने वाले वर्ष के शुरू में ही होना है, जिसके परिणाम जून तक आ सकते हैं।
नेचर के अनुसार, “कई औषधियों का परीक्षण जारी है। प्रभावी साबित होने पर संक्रमित रक्त का उपचार भी जल्द ही आ जाएगा।”
अंतरिक्ष विज्ञान की बात करें तो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का खोजी उपग्रह ‘डान’ मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच स्थिति सबसे विशाल क्षुद्रग्रह ‘सेरेस’ पर मार्च में पदार्पण कर सकता है।
नासा का एक अन्य महात्वाकांक्षी अंतरिक्षयान ‘होराइजन्स’ भी आने वाले साल में ही पांच अरब किलोमीटर की दूरी तय कर प्लूटो पर पहुंच जाएगा।
स्वास्थ्य की दिशा में मोटापे से लड़ने के लिए तमाम औषधि निर्माता कंपनियां उच्च कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाने वाली नई औषधि को निर्माण में लगी हैं और कुछ कंपनियां वर्ष 2015 में इसे बाजार में उतार सकती हैं।
जीवाश्मविज्ञानियों को आने वाले वर्ष में स्पेन के सुदूर उत्तरी हिस्से से एक गहरी गुफा के अंदर से पाए गए चार लाख वर्ष पुराने मानव जिवाश्म की पूरी जिनोम संरचना पता चलने की उम्मीद है।