मुंबई, 31 मार्च (आईएएनएस)। विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में विलय एक अप्रैल से प्रभावी होगा।
विलय प्रभावी होने के साथ ही, विजया बैंक और देना बैंक की सभा शाखाएं बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के रूप में काम करेंगी।
मंत्रिमंडल ने जनवरी में विजया बैंक और देना बैंक के बीओबी में विलय को मंजूरी प्रदान की थी। इस बीच विजया बैंक और देना बैंक के कर्मचारियों ने विलय के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अपील की थी, जिसे शीर्ष अदालत की दो सदस्यीय पीठ ने गुरुवार को खारिज कर दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को एक बयान में कहा, “विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं एक अप्रैल 2019 से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के रूप में काम करेंगी। विजया बैंक और देना बैंक के जमाकर्ताओं समेत ग्राहकों को एक अप्रैल 2019 से बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक माना जाएगा।”
इस विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश में तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा।
विलय के बाद बैंक को सरकार से 5,042 करोड़ रुपये की रकम मिलेगी। वित्त मंत्रालय ने बीओबी को पूंजी प्रदान करने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया है।
यह रकम बैंक के इक्विटी शेयर के अधिमान्य आवंटन के जरिए प्रदान की जाएगी।