लेह, 8 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के लेह में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने खराब मौसम के कारण फंसे 21 ब्रिटिश नागरिकों व गंभीर रूप से घायल एक फ्रेंच महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने गुरुवार व शुक्रवार को खराब मौसम के बावजूद दो समूहों में ब्रिटिश नागरिकों व फ्रेंच महिला को बाहर निकाला।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, “काफी ऊंचाई पर फंसे लोगों को बाहर निकालना चुनौती भरा काम था।”
पांच दिनों तक लगातार बारिश के कारण सिंधु, नुब्रा, शयोक तथा लद्दाख में उनकी सहायक नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण पर्यटक फंस गए थे।
लेह स्थित वायु सेना के केंद्र को ब्रिटिश नागरिकों का मरखा घाटी से बचाकर बाहर निकालने का संकट संदेश (एसओएस) मिला था। फंसे लोगों में कुछ दमा से पीड़ित थे।
बचाव की योजना बनाने के बावजूद बचावकर्मियों को लगा कि खराब मौसम तथा गुरुवार को शाम होने के कारण सफल तलाशी अभियान की संभावना बेहद कम है।
ब्रिटिश ट्रेकरों ने एक नदी के निकट अस्थायी एसओएस संकेत बनाया, जिससे वायु सेना को उस स्थान की पहचान करने में मदद मिली।
रक्षा मंत्रालय के बयान के मुताबिक, बिगड़ते मौसम, तेज हवाओं तथा सूरज ढलने कारण हालात गंभीर हो गए थे।
जिस जगह पर ब्रिटिश नागरिक थे, वह जगह उबड़-खाबड़ और काफी ढलान वाली थी, जिसके कारण हेलीकॉप्टर का उतरना और उड़ान भरना मुश्किल था।
लेकिन हेलीकॉप्टरों ने गुरुवार को 10 ब्रिटिश नागरिकों तथा अगले दिन 11 अन्य को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
बयान के मुताबिक, फ्रेंच महिला के रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई थी और उसकी पसलियां टूट चुकी थी। उसे लेह से बाहर निकालने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।