कोलकाता, 19 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन की प्रासंगिकता बनी रहेगी। इस बात से सहमत नहीं हैं कि बड़ा जनमत इसके खिलाफ है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्र ने गुरुवार को यह बात कही।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जबर्दस्त ढंग से सत्ता में वापसी पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मिश्र ने यह स्वीकार किया कि इस गठबंधन को बहुतों ने स्वीकार नहीं किया।
उन्होंने कहा, “हम लोगों को उम्मीद थी कि जनता हमें वोट देगी, लेकिन परिणाम दिखाते हैं कि अधिकता उन लोगों की है जो चुप बने रहे, तृणमूल के लिए मतदान किया। इस गठबंधन की अपनी गलतियां थीं।”
इस गठबंधन को मुख्य शिल्पकारों में एक मिश्र को खुद शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है। वह नारायण गढ़ सीट से तृणमूल कांग्रेस के प्रद्युत कुमार घोष से 13 हजार से भी अधिक मतों से हार गए हैं।
उन्होंने कहा कि ‘हार एक हार है।’ उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी की इस जीत का श्रेय तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच अनकही सहमति को दिया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मार्क्सवादियों पर इस हार से कोई खरोंच नहीं आई है। मिश्र ने कहा, “वामदल और कांग्रेस के बीच गठबंधन अब भी प्रासंगिक है।”
उन्होंने कहा, “हमलोग तृणमूल की भ्रष्ट कार्य प्रणाली का विरोध जारी रखेंगे। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। लोकतंत्र के लिए, जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा। किसान और बेरोजगारी हमारे मुख्य मुद्दे होंगे।