भोपाल : वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल से 15 जुलाई को 3 चीतलों को कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंदौर भेजा गया है। इसके पूर्व भी 1 जुलाई 2014 को 7 चीतल को इंदौर भेजा जा चुका है। शिफ्टिंग के बाद सभी चीतल स्वस्थ हैं। इस शिफ्टिंग की प्रतीक्षा काफी लम्बे समय से वन्य प्राणी विशेषज्ञ एवं वन अधिकारियों द्वारा की जा रही थी।
इस शिफ्टंग की विशेषता यह है कि इसे अपरोक्ष तरीके से और बिना किसी रासायनिक निश्चेतन के किया गया है।
प्रक्रिया के दौरान अफ्रीका के मॉडल के आधार पर लगभग दो एकड़ क्षेत्र में एक संरचना तैयार की गई। संरचना वन विहार के अंदर तैयार की गई, जिसमें एक छोटा जलाशय और हरे चारे तथा चीतल के लिये पौष्टिक आहार की व्यवस्था थी। शनैः–शनैः चीतल इसमें स्वतः ही आने लगे और अंत में उन्हें केप्चर के शीर्ष भाग ट्रक में लाकर बंद कर दिया गया। इस कार्य विधि की विशेषता यह है कि इसमें वन्य-प्राणी पर किसी भी प्रकार का प्रत्यक्ष तनाव या भय नहीं दिया जाता और प्राकृतिक कृत्रिम वातावरण निर्मित करते हुए चीतल को स्थानांतरित किया जाता है।