लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ने 1 दिसंबर को मध्य कमान के कार्यकारी सेनाध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। वर्तमान पद ग्रहण करने से पूर्व, लेफ्टिनेंट जनरल नेगी देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के सेनानायक पद पर कार्यरत थे। नेगी जम्मू-कश्मीर में 14 कोर के जनरल ऑफीसर कमांडिंग (जीओसी) भी रह चुके हैं।
दिसंबर 1978 मंे असम रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त नेगी ने पूर्वोत्तर तथा जम्मू एवं कश्मीर में विभिन्न सैन्य ऑपरेशनों में अपनी अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन विजय (कारगिल से बाहर), ऑपरेशन पराक्रम, ऑपरेशन फालकन तथा ऑपरेशन ट्राइडेंट सहित विभिन्न कमानों एवं नियुक्तियों के दौरान ऑपरेशनों में अपनी सफलतापूर्वक भूमिका निभाई है।
लेफ्टिनेंट जनरल नेगी को सियाचिन में किए वीरतापूर्ण कार्यो के लिए वर्ष 1998 में ‘युद्ध सेवा पदक’, जम्मू-कश्मीर में किए गए कार्यो के लिए वर्ष 2012 में ‘सेना पदक’ तथा जम्मू-कश्मीर में किए गए विशिष्ट एवं सराहनीय कार्यो के लिए वर्ष 2009 एवं 2013 में ‘विशिष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ‘डॉक्ट्रेट ऑन चाइना’ तथा डबल एमफिल हैं तथा वे आगे ‘डॉक्ट्रेट ऑन तिब्बत’ के लिए अग्रसर हैं। वह उत्कृष्ट खिलाड़ी भी हैं। घुड़सवारी, पर्वतारोहण तथा मोटर बाइकिंग का विशद अनुभव उनके पास है।