चेन्नई, 11 जून (आईएएनएस)। भारतीय तटरक्षक के लापता डोर्नियर विमान की तलाश तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। विमान के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
भारतीय तटरक्षक का विमान सोमवार रात पुडुचेरी के करैकल से लापता हुआ था।
भारतीय तटरक्षक के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “लापता विमान का कुछ पता नहीं चल पाया है। विमान चालक दल के तीन सदस्यों सहित सोमवार रात से लापता है।”
उन्होंने बताया कि नौसेना की पनडुब्बी को भी खोज अभियान में लगाया गया है।
तटरक्षक ने उपग्रहों की मदद से लापता विमान को ढूंढने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मदद मांगी है। इसरो से विमान को ढूंढ़ने के लिए अपने उपग्रहों का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, करैकल के पास समुद्र में पाई गई तैलीय सतह के परीक्षण को लेकर भी अब तक जानकारी नहीं मिली है।
तटीय सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को कहा कि 15 उच्च विशेषज्ञता वाले तटरक्षकों एवं नौसेना के जहाजों और तटीय सुरक्षा दल की गश्ती नौकाओं को खोज अभियान में लगाया गया है।
लापता विमान के सेलफोन टॉवर सिग्नल के बारे में पूछे जाने पर एक तटरक्षक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि ऐसा कोई सिग्नल नहीं मिला है।
लापता विमान के चालक दल में पायलट उप कमांडर विद्यासागर, सह-पायलट उप कमांडर एम. के. सोनी और नेविगेटर/पर्यवेक्षक सुभाष सुरेश शामिल थे। तीनों की उम्र 30-40 साल के बीच है।
लापता विमान को तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों एवं पाक जलडमरूमध्य में निगरानी के काम में लगाया गया था। विमान अपनी ड्यूटी पर सोमवार शाम करीब छह बजे चेन्नई हवाईअड्डे से उड़ान भरकर रवाना हुआ था, लेकिन वापस नहीं आया।
एक अधिकारिक बयान में मंगलवार को बताया गया था कि विमान के साथ आखिरी बार संपर्क सोमवार रात्रि नौ बजे हुआ था।
विमान को लापता होने से पहले आखिरी बार त्रिचि के रडार पर पुडुचेरी के करैकल में रात्रि 9.23 बजे देखा गया था।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, “विमान को 2014 में तटरक्षक बेड़े में शामिल किया गया था और इसे अनुभवी पायलट उड़ा रहे थे।”