कुरुक्षेत्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने बुधवार को हरियाणा के लाडवा में भारत-इजरायल परियोजना के तहत फलों के लिए उत्कृष्ट केंद्र (सीओई) के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि इजरायल के विशेषज्ञों की सहायता से लाडवा में उत्कृष्ट केन्द्र की स्थापना हो सकी है।
सिंह ने कहा, “भारतीय बागवानी में फलों और सब्जियों का मुख्य स्थान है। इन फसलों में से अधिकतर परंपरागत प्रणाली का उपयोग करके छोटे और सीमांत किसानों द्वारा उगाई जाती हैं, जिसके कारण उत्पादकता कम हो जाती है। संरक्षित खेती के विकास तथा गुणवत्ताप्रद सामग्री के उपयोग से उपज और गुणवत्ता बढ़ाने की भारी संभावनाएं हैं और इससे किसानों को अधिक मंडी मूल्य प्राप्त होगा।”
उन्होंने कहा कि “इस परिप्रेक्ष्य में लाडवा स्थित उत्कृष्ट केन्द्र का बहुत महत्व है। यह न केवल फलों पर ध्यान केंद्रित करता है अपितु यह दिल्ली से नजदीक होने के कारण फलों का एक बहुत बड़ा खपत केंद्र बन जाएगा।”
लाडवा केंद्र 12 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है और यह अधिक मूल्य वाले फलों की खेती को बढ़ावा देने में मुख्य भूमिका निभाएगा तथा गेहूं-चावल चक्र का व्यवहार्य विकल्प बनेगा।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र के मुख्य कार्य उन्नत किस्मों/खेती प्रारंभ करने, आधुनिक उत्पादन और कटाई पश्चात्य प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन और मानव संसाधन के विकास और क्षमता निर्माण पर केंद्रित है।
सिंह ने कहा, “भारत सरकार ने भारत-इजरायल सहयोग परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन को उच्च प्राथमिकता दी है। मानव संसाधन विकास भारत-इजरायल सहयोग का महत्वपूर्ण क्षेत्र है। कई अधिकारियों और कार्मिकों को बागवानी के विभिन्न क्षेत्रों में प्राथमिक ज्ञान और प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए इजरायल का दौरा करने का अवसर मिला।”
उन्होंने कहा कि अब तक भारत इजरायल कार्य योजना के तहत एमआईडीएच द्वारा 26 उत्कृष्ट केंद्रों को मंजूरी दी गई है, जिसमें से प्रथम दो चरणों में 10 उत्कृष्ट केंद्रों को पहले ही पूरा किया जा चुका है तथा प्रौद्योगिकी अंतरण के लिए शुरू किया गया है।
इस मौके पर सिंह के साथ इजरायल के कृषि मंत्री यूरी एरियल भी मौजूद थे।