नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में करीब दस महीने से आंदोलन कर रहे किसानों की नाराजगी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के उस बयान के बाद और बढ़ गई, जिसमें उन्होंने किसानों को ‘दो मिनट में सुधार देने की चेतावनी’ और ‘लखीमपुर खीरी छोड़ने’ की चेतावनी दी थी.
इस बीच बीते सोमवार की शाम बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के ‘दो मिनट में सुधर जाने’ और इसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री के एक वीडियो प्रसारित होने के मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह भाजपा नीत सरकार की घोर जनविरोधी और तानाशाही प्रवृत्ति को साबित करता है.
गृह राज्य मंत्री और लखीमपुर खीरी के सांसद अजय कुमार मिश्रा का कुछ दिनों पहले अपने गृह जिले की एक सभा में किसानों को दी गई चेतावनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि ‘सामना करो आकर, हम आपको सुधार देंगे, दो मिनट लगेगा केवल.’
एक समारोह में मंच से गृह राज्यमंत्री कह रहे हैं, ‘मैं केवल मंत्री नहीं हूं, सांसद, विधायक भर नहीं हूं, जो विधायक और सांसद बनने से पहले मेरे विषय में जानते होंगे, उनको यह भी मालूम होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूं.’
मिश्रा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार करके काम कर लिया उस दिन पलिया नहीं, लखीमपुर तक छोड़ना पड़ जाएगा, यह याद रहे.’