आचे, 10 मई (आईएएनएस)। म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय के 500 सदस्यों को ले जा रहे एक नाव को उत्तरी इंडोनेशिया में बचाया गया है। नाव में कई महिलाएं व बच्चे सवार थे, जो आचे प्रांत में सागर में फंस गई थी, जहां बचावकर्मियों ने एक अभियान के बाद उन्हें बचा लिया।
म्यांमार ने रोहिंग्या को अपना नागरिक मानने से इंकार कर दिया है और हाल के वर्षो में उत्पीड़न के कारण लाखों लोगों ने वहां से पलायन किया है। उनके पलायन का मुख्य रास्ता थाईलैंड की सीमा से लगा जंगल रहा है, लेकिन अधिकांश लोग समुद्र के रास्ते से भागे हैं।
बीबीसी के मुताबिक आचे प्रांत के बचाव प्रमुख बुदियावां ने रविवार को कहा, “आज सुबह मछुआरों से हमें सूचना मिली थी कि समुद्र में एक नाव फंसी है।”
उन्होंने कहा, “हमने एक बचाव दल को रवाना किया और 469 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, जो म्यांमार के रोहिंग्या तथा बांग्लादेशी हैं।”
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी संगठन के स्टीव हेमिल्टन ने कहा कि यह समूह मलेशिया जाने का प्रयास कर रहा होगा। उन्होंने कहा, “जाहिर तौर पर तट पर चार नावों को लाया गया।”
उन्होंने कहा, “तीन नाव बाद में चले गए। लोगों को लगा कि वे मलेशिया में हैं, लेकिन बाहर निकलने पर पता चला कि वे इंडोनेशिया में हैं।”
म्यांमार में पिछले कई वर्षो से रोहिंग्या मुस्लिम सांप्रदायिक हिंसा की मार झेल रहे हैं।
बीते साल दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें म्यांमार से रोहिंग्या को नागरिकता देने का अनुरोध किया गया है।
संगठन के मुताबिक, इस साल जनवरी से मार्च के बीच लगभग 25 हजार रोहिंग्या तथा बांग्लादेशियों ने तस्करों के नाव का इस्तेमाल किया है, जो कि पिछले साल की इसी अवधि का दोगुना है।