नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)। पठानकोट में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर रेलवे की सुरक्षा चुस्त-दुरुस्त करने और रेल यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधाओं में सुधार के लिए शुक्रवार को यहां एक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सभी राज्यों के राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के प्रमुख उपस्थित थे।
कार्यशाला का उद्घाटन रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक राजीव रंजन वर्मा ने किया। कार्यशाला में पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड के पुलिस महानिदेशक, आईजी/सी एंड आई, सीएससी/एनएफआर और आरपीएफ, जीआरपी अधिकारियों सहित रेल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
आरपीएफ के महानिदेशक वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि इस कार्यशाला के आयोजन की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि पठानकोट में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर खतरा बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि कार्यशाला इसलिए आयोजित की जा रही है, ताकि प्राय: होने वाली आपराधिक घटनाओं के अलावा अन्य आपराधिक स्थितियों का भी मुकाबला किया जा सके।
वर्मा ने कहा कि रेलवे आसान निशाना है, क्योंकि उसका परिचालन पूरे देश में बेरोकटोक होता है।
वर्मा ने कहा कि कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य देशभर के सुरक्षाकर्मियों को जागरूक करना है, ताकि वे रेल यात्रियों के प्रति अधिक सहानुभूति और सहयोग का व्यवहार कर सकें।
उन्होंने कहा कि मानव तस्करी को रोकने के लिए जीआरपी और आरपीएफ मिलकर काम कर रहे हैं और सुरक्षाकर्मियों को यात्रियों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार करने के लिए जागरूक बना रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आरपीएफ बेहतरीन सुरक्षा सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है और विस्फोटकों तथा हथियारों का पता लगाने के लिए लगभग 400 खोजी कुत्तों का इस्तेमाल कर रहा है।