समाचार एजेंसी आरएआई नोवोस्ती के अनुसार, क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कॉव ने कहा, “वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय हालात में जी-20 का प्रारूप अधिक सक्षम है और इसके प्रतिनिधियों की संख्या भी अधिक है। इस प्रारूप में व्यापक क्षमता है।”
उन्होंने कहा कि रूस का जी-8 से मोह भंग हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन संकट में मॉस्को की संलिप्तता को लेकर जी-8 के अन्य सात सदस्य राष्ट्रों ने रूस की सदस्यता को निलंबित कर दिया गया था।