नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार का प्रदर्शन मतदाताओं की अधिकांश चिंताओं पर औसत से नीचे है। इन चिंताओं में बेरोजगारी, पेयजल और स्वास्थ्य देखभाल शामिल हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की तरफ से शुक्रवार को जारी ‘गुजरात सर्वे 2018’ में कहा गया है कि सरकार ने कृषि को पानी मुहैया कराने, कृषि ऋण और ध्वनि प्रदूषण सहित अन्य मोचरे पर भी खराब प्रदर्शन किया है।
यह सर्वे अक्टूबर 2018 और दिसंबर 2018 के बीच किया गया था।
सर्वेक्षण के अनुसार, पूरे राज्य में मतदाताओं की प्रमुख चिंताओं में रोजगार अवसर (42.68 प्रतिशत), पेयजल (37.12 प्रतिशत), और स्वास्थ्य देखभाल (30.23 प्रतिशत) शामिल रहे।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में शीर्ष प्राथमिकता में कृषि के लिए जल उपलब्धता (46 प्रतिशत), कृषि ऋण उपलब्धता (45 प्रतिशत), और बीज व ऊर्वरक के लिए सब्सिडी (44 प्रतिशत) शामिल रहे, और इन सभी मोर्चो पर सरकार का प्रदर्शन औसत से नीचे रहा।
शहरी मतदाताओं के लिए यातायात समस्या (49 प्रतिशत), ध्वनि प्रदूषण (47 प्रतिशत) और रोजगार के अवसर (45 प्रतिशत) लगातार प्रमुख चिंता बने रहे, लेकिन राज्य सरकार ने इनपर भी कुछ खास नहीं किया।