अनिल सिंह(भोपाल)–आज कैलाश विजयवर्गीय ने प्रेस को संबोधित किया।रुपये के अवमूल्यन को ले कर जो चिंता हमारे मंत्री जी को सता रही थी वह उन्होंने मीडिया से सामने उजागर कर दी।
बहुत तनाव में इस विषय को ले कर चिंतित दिखे मंत्री जी।पत्रकारों का भी बहुत ज्ञान नहीं था इस बारे में और मंत्री जी का भी सो तेरी मैं सुनु ,मेरी तू सुन हाँ हमारे एक प्रिय पत्रकार भाई अजय त्रिपाठी जी ने तीर चला ही दिया ,“मंत्री जी यहाँ मध्यप्रदेश की वैसे ही इतनी चिंताएं हैं ,शिवराज जी की यात्रा है ,यौन अपराधों का चिंतन है और न जाने क्या क्या, लेकिन आप को चिंता सताए जा रही है रुपयों के अवमूल्यन की और जोरों का ठहाका पत्रकारों की और से और खिसिआया हुआ मंत्री जी की तरफ से।
हाँ विशेष यह रहा की मन्त्री जी FDI की वकालत कर गए,विदेशी पूँजी निवेश जिसमे विदेशी पैसा लगाते हैं उसकी वसूली भी वे पुरजोर करते हैं अब वैश्विक बाजार में रुपये का जो अवमूल्यन हुआ वह विदेशी बाजार की सोची समझी रणनीती के तहत हुआ और घाटा भारत का हो रहा है,यह तो तय था ही पहले से,ये विदेशी हमेशा से चोर होते हैं,मेहनत कोई करे खाए कोई।इसके लिए कहा है …..
योजनायें क्या बनी
दुनिया में चर्चे हो गए
वे मुनाफे में रहे ,अपनों को घाटा हो गया
देश का जूता बना ,मशहूर बाटा हो गया