मुंबई, 5 जनवरी (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में आरोपी पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ को अपना पक्ष रखने के लिए 18 जनवरी तक का समय दिया गया।
रऊफ को मोहलत देने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अनुशासन समिति ने मंगलवार को मामले में एक अन्य आरोपी मुंबई के खिलाड़ी हिकेन शाह पर अपना फैसला स्थगित कर दिया।
हिकेन को बीसीसीआई की आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूप से निलंबित कर दिया गया। हिकेन को मुंबई की रणटी टीम के साथी खिलाड़ी को भ्रष्टाचार में शामिल होने की पेशकश देने का दोषी पाया गया था। रणजी टीम का यह साथी खिलाड़ी उस समय आईपीएल टीम का भी हिस्सा था।
हिकेन ने अपने निलंबर को बंबई उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।
वहीं पाकिस्तानी अंपायर ने अपने ऊपर लगे आरापों से इनकार किया है, हालांकि मामले में अपना पक्ष रखने अब तक वह भारत नहीं आ सके हैं।
रऊफ पर आरोप सामने आने के बाद पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन्हें अपनी इलीट अंपायरों की सूची से हटा दिया।
बीसीसीआई ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, “बोर्ड की अनुशासन समिति ने मंगलवार को मुंबई में बैठक की। हिकेन शाह इस बैठक में खुद शामिल हुए और मौखिक रूप से अपना पक्ष रखा। इसके अलावा हिकेन ने अपने खिलाफ जांच रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों का लिखित जवाब भी सौंपा।”
बीसीसीआई ने आगे कहा, “रऊफ ने अपने खिलाफ जांच रिपोर्ट के तथ्यों पर अपना जवाब रखने के लिए मोहलत की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया। अनुशासन समिति अब 18 जनवरी को क्रिकेट सेंटर में इस मामले पर अगली बैठक करेगी।”