रियो डी जनेरियो, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय पैरा-एथलीट करमज्योति दलाल रियो पैरालम्पिक में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन कर बाहर हुईं।
ब्राजीलियाई महानगर रियो डी जनेरियो में चल रहे पैरालम्पिक खेलों में शनिवार को गोला फेंक स्पर्धा (एफ 54/55) स्पर्धा में करमज्योति अपने तीनों ही प्रयास में असफल रहीं और एक भी अंक हासिल नहीं कर सकीं।
राष्ट्रीय स्तर की कबड्डी खिलाड़ी रह चुकीं करमज्योति दुर्घटनावश अपने घर की छत से गिर पड़ी थीं, जिसके बाद उनके कमर से नीचे का हिस्सा अपंग हो गया। वह व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती हैं।
आईपीसी पैरा-एथलेटिक्स विश्व चैम्पियनशिप-2015 में करमज्योति चौथे स्थान पर रही थीं और रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगने के बाद उन्हें रियो पैरालम्पिक में जगह मिली।
स्पर्धा का स्वर्ण चीन की फीशिया डोंग ने हासिल किया। डोंग ने सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरे प्रयास में 25.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी हासिल की और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
जर्मनी की मारियान्ने बुगेनहेगेन (24.56 मीटर) ने रजत पदक और लातविया की डायना डाडजाइट (22.66 मीटर) ने कांस्य पदक जीता।
करमज्योति के साथ रियो पैरालम्पिक में भारतीय अभियान समाप्त हो गया। भारत ने पैरालम्पिक खेलों के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण सहित कुल चार पदक जीते हैं।