दरअसल, जैसे ही राहुल की सभा खत्म हुई तो सभा स्थल पर मौजूद लोग कांग्रेसी खाट लेने के लिए टूट पड़े। कांग्रेसी खाट को पाने की चाहत में किसानों में ऐसी अफरा-तफरी देखने को मिली कि वे एक-दूसरे से खाट के लिए भिड़ने तक को तैयार थे। सभा के बाद जहां, जिसको, जिस हालत में खाट दिखाई दी, वे उसे उठाकर चलते बने।
देवरिया के रुद्रपुर के सतासी इंटर कालेज में आज दिन में करीब पौने दो बजे खाट सभा के बाद खाट लूटने की होड़ मच गई। यहां पर गांव के लोग खाट उठाकर अपने-अपने घर जाने लगे जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता खाटों को ट्रक में लदवाने के बाद आगे की सभा की तैयारी में लगे थे। इसी दौरान गांव के लोग उस खाट को भी उठाकर भाग गए, जिसपर राहुल गांधी बैठे थे। सभा में आए किसानों के साथ अन्य लोग भी मैदान में पड़ी सभी खाट को अपने कब्जे में लेने में जुट गए। खाट लेने के लिए कई लोग आपस में झगड़ भी पड़े।
सभा में किसानों के बैठने के लिए कानपुर से लगभग दो हजार खाटें मंगाई गई थीं। सभा में किसानों से अधिक कांग्रेसियों की भीड़ थी, जो पहले से खाट पर कब्जा जमाए बैठे थे। खाट पर चर्चा के बाद ग्रामीणों ने कांग्रेसी खाट, 40-50 किलो लड्डू व नाश्ते का सामान और मिनरल वाटर की बोतल लूट ली। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इनसे भिड़ने में लगे रहे।
राहुल गांधी की यह किसान यात्रा उनके राजनीतिक जीवन की सबसे लंबी यात्रा है। राहुल गांधी की यह यात्रा 39 जिलों से होकर गुजरेगी। इस दौरान यह यात्रा 55 लोकसभा सीटों और 233 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी।