हैदराबाद, 17 जनवरी (आईएएनएस)। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट(आईएस) से जुड़ने के लिए दुबई के रास्ते सीरिया जाने के दौरान गिरफ्तार किया गया हैदराबाद का इंजीनियर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारत वापस लौटना चाहता था।
यह जानकारी पुलिस ने शनिवार को दी।
पुलिस ने शुक्रवार रात 32 वर्षीय सलमान मोहिउद्दीन को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की जा रही है। इसके अतिरिक्त उन युवकों की पहचान की जा रही है, जो उसके संपर्क में थे।
अमेरिका में रह रहे सलमान के वीजा की अवधि न बढ़ाए जाने के कारण वह वापस स्वदेश लौट आया था। उसे गुरुवार को राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह दुबई के लिए रवाना हो रहा था।
पुलिस ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका से लौटने के बाद उसने देशभर के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए खुद से जोड़ने की कोशिश की, जिसका मकसद उन्हें सीरिया और इराक ले जाना था।
पुलिस ने बताया, “वह सीरिया में प्रशिक्षण लेना चाहता था और वापस लौटने के बाद उसका मकसद राष्ट्र विरोधी काम करना था।”
चार साल पहले अमेरिका गए मोहिउद्दीन दुबई में रह रही ब्रिटिश महिला के संपर्क में आया।
पुलिस ने बताया कि महिला की पहचान निकी जोसेफ ऊर्फ निकी ऊर्फ निकोल ऊर्फ आयशा के रूप में हुई थी, जिसने इस्लाम कबूल कर लिया था और उसका कट्टरपंथ की तरफ झुकाव था।
उन्होंने कहा, “2014 में इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंक की शुरुआत के बाद सलमान और निकी इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों में रुचि लेने लगे। उन्होंने छद्म नाम के साथ कई फेसबुक ग्रुप बनाया और इस्लामिक स्टेट में रुचि लेने वालों से संपर्क करना शुरू किया है।”
अमेरिका द्वारा उसका वीजा न बढ़ाए जाने के कारण उसने भारत लौट कर अपनी गतिविधियां जारी रखीं।
तेलंगाना के खुफिया विभाग ने उसकी ऑनलाइन गतिविधियों से उसका पता लगाया।
वह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार और अन्य राज्यों के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए अपनी ओर खींचने की कोशिश करता था। पुलिस उन लोगों की पहचान कर रही है जो फेसबुक के जरिए उसके संपर्क में थे।
मोहिउद्दीन के दुबई जाने के दौरान खुफिया विभाग ने पुलिस को अलर्ट किया।
पुलिस ने बताया कि वह दुबई के रास्ते सीरिया जाने वाला था।
पुलिस ने गैर-कानूनी गतिविधि (प्रतिबंध) अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत उसे गिरफ्तार किया। उससे कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक सामान भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसने अमेरिका में चार साल बिताया था। उसके विदेश में रहने के दौरान की गतिविधियों की जानकारियां इंटरपोल के साथ साझा की जाएंगी।
हैदराबाद के बाजारघाट इलाके का निवासी मोहिउद्दीन इंजीनियरिंग करने के बाद अमेरिका चला गया था। उसने टेक्सास साउदर्न युनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर डिग्री ली थी।
मोहिउद्दीन के परिवार ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उसके पिता अहमद मोहिउद्दीन का कहना है कि उसे झूठे आरोपों में फंसाया गया है।
अहमद का कहना है कि उनका बेटे नौकरी के लिए दुबई जा रहा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।