नई दिल्ली, 29 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में दो सप्ताह तक रहने के लिए सात अन्वेषकों का चयन किया है। राष्ट्रपति ने यह चयन स्कॉलर्स-इन-रेसीडेंस कार्यक्रम के तहत किया गया है, जो 12 मार्च से शुरू हो रहा है।
उलेखनीय है कि सात चुने गए अन्वेषकों में जी.के. रत्नाकर (कर्नाटक), मुश्ताक अहमद डार(जम्मू एवं कश्मीर), लाल बैकजुआला राल्ते(मिजोरम), लक्ष्मी नारायण चिंथाकिंडी (आंध्र प्रदेश), अमरुत लाल बवानदास अग्रावत (गुजरात), अनुराधा पाल (आंध्र प्रदेश) और स्वप्निल देबजीत तालुकदार (असम) शामिल हैं। इन अन्वेषकों ने छोटे-छोटे लेकिन उपयोगी यंत्रों का अनुसंधान कर राष्ट्रपति का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
उल्लेखनीय है कि स्कॉलर्स-इन-रेसीडेंस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति ने दिसंबर, 2011 में अन्वेषण के उत्साह को प्रश्रय देने और जमीनी स्तर पर अन्वेषण संबंधी गतिविधियों को अभिप्रेरित करने के लिए की थी।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर के अन्वेषकों को राष्ट्रपति भवन में उचित माहौल प्रदान करना है, ताकि उनके हाथ में जो परियोजनाएं हैं उस पर वे बेहतर ढंग से काम कर सकें और अपने खोजी विचारों को आगे बढ़ा सकें।