नई दिल्ली-भ्रामक विज्ञापन केस में योगगुरु रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। रामदेव-बालकृष्ण को एक बार फिर माफी मांगनी पड़ी है। यह तीसरी बार है जब उन्होंने कोर्ट से माफी मांगी है। इससे पहले पतंजलि ने 2 और 9 अप्रैल को भी माफी मांगी थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि पतंजलि की माफी अभी तक स्वीकार नहीं की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में 16 अप्रैल को पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन मामले में रामदेव और बालकृष्ण के माफीनामे पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान दोनों लोग कोर्ट में मौजूद रहे। सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को एक बार फिर उन्हें जमकर फटकारा।
सुनवाई के दौरान रामदेव के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हम कोर्ट से एक बार फिर माफी मांगते हैं। हमें पछतावा है। हम जनता के बीच माफी मांगने को तैयार हैं। सुनवाई के दौरान रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन के लिए अखबारों में सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने की पेशकश की।