लखनऊ, 6 जनवरी (आईएएनएस)। राफेल मुद्दे पर घिरी भाजपा सरकार अब इसे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ हथियार के तौर पर पेश करेगी। पार्टी इसे सैनिकों के परिवारों के बीच ले जाएगी और उनके सम्मान से जोड़कर इसे पेश करेगी। इसके लिए पार्टी ने पूरा कार्यक्रम तैयार कर लिया है।
भाजपा पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के संयोजक कर्नल (सेवानिवृत्त) दयाशंकर दुबे ने रविवार को संवाददाताओं को बताया, “भाजपा सरकार सैनिकों के सम्मान के प्रति शुरू से ही जागरूक रही है। उसी क्रम में उनके सम्मान में वृहद स्तर पर कार्यक्रम करने की योजना बनाई है।”
उन्होंने बताया, “15 जनवरी को सेना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर इसकी शुरुआत होगी। फिर 16 जनवरी से तीन मार्च तक 1857 स्वतंत्रता संग्राम से लेकर अन्य लड़ाइयों में शहीद हुए सैनिकों के स्मारकों पर पुष्पांजलि की जाएगी। इसके बाद वहीं पर एक सभा आयोजित कर उनके परिजनों का सम्मान किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “16 जनवरी को यह कार्यक्रम महानगर स्तर पर आयोजित किया जाएगा। जनपद मुख्यालयों पर भी ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।”
दुबे ने कहा, “इसके बाद 17 से 22 जनवरी तक शहीदों के परिवारों के सम्मान का सिलसिला चलता रहेगा। 23 जनवरी से लेकर दो मार्च तक पूर्व सैनिक व उनके परिजनों से सांसद, विधायक और प्रदेश पदाधिकारी संपर्क करेंगे। इस दौरान राफेल मुद्दे का पत्रक वितरण कर विपक्षियों के दुष्प्रचार को जनता के बीच पहुंचाएंगे।”
उन्होंने बताया, “सैनिक सम्मान समारोह के आयोजन का जिम्मा पार्टी के प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर को दिया गया है। इसमें प्रदेश के मंत्री से लेकर सांसद, विधायक, प्रदेश व जिला संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे। इसी बीच देश की सेवा करने के लिए पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि इसके बाद पार्टी तीन मार्च को शौर्य दिवस के रूप में मनाएगी। इस दिन प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मंत्री, सांसद, विधायक व पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान करेंगे।