नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। मानसून सत्र के तीसरे सप्ताह भी राज्यसभा की कार्यवाही बाधित होने के मद्देनजर, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 30 सांसदों ने गुरुवार को अध्यक्ष एम.हामिद अंसारी को एक पत्र लिखा और कार्यवाही बाधित करने वाले कांग्रेस सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पत्र के मुताबिक, “कांग्रेस पार्टी के सदस्य सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं और यह मानसून सत्र के पिछले दो सप्ताह से जारी है। आपने (सभापति) तथा उपसभापति ने उन्हें समय दिया और ऐसे सदस्यों से अपील की तथा चेतावनी दी कि उन्हें वापस अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए और कार्यवाही को बाधित नहीं करना चाहिए।”
पत्र में इस ओर इशारा किया गया है कि कांग्रेस के सांसद चेतावनी के बावजूद सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।
पत्र के मुताबिक, “सभी सदस्य समान हैं और इस तरह की बाधा से हमारे अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। हम लोकहित के कई मुद्दों को सदन के पटल पर उठाना चाहते हैं, लेकिन हंगामा तथा बार-बार सदन के स्थगित होने के कारण हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस के कुछ सांसदों के आचरण हमें एक सांसद के रूप में अपना फर्ज निभाने से रोक रहा है।”
पत्र में कहा गया, “आपसे अपील करता हूं कि सदन की कार्यवाही बाधित करने वाले ऐसे सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करें।”
पत्र में किसी अन्य विपक्षी पार्टी का नाम नहीं लिया गया है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व आयुक्त ललित मोदी को दी गई मदद तथा व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर 21 जुलाई को शुरू हुए मानसून सत्र की कार्यवाही लगातार बाधित होती आ रही है।
सरकार ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में कोई इस्तीफा नहीं देगा और राज्य के मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होगी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अन्य विपक्षी पार्टियों से बातचीत जारी है, जबकि कांग्रेस ने अपने रुख से डिगने से मना कर दिया है।