लखनऊ, 11 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) से प्रो. रामगोपाल यादव के निष्कासन के बाद अब सपा के भीतर इस बात की चर्चा हो रही है कि 16 नवंबर से शुरू हो रहे संसदीय सत्र से पहले राज्यसभा में सपा का नेता कौन होगा? सूत्रों के मुताबिक जो नाम उभरकर सामने आए हैं उनमें वरिष्ठ सपा नेता कुंवर रेवतीरमण सिंह और नरेश अग्रवाल के नाम शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी के एक पूर्व सांसद ने बताया कि पिछले कई वर्षो से राज्यसभा में सपा के नेता प्रो.रामगोपाल ही थे, लेकिन अब उनके निष्कासन के बाद नए नामों पर मंथन शुरू हो गया है। रामगोपाल के अलावा राज्यसभा में सपा के जो बड़े नाम हैं, उनमें कुंवर रेवती रमण सिंह, नरेश अग्रवाल व बेनी प्रसाद वर्मा के नाम शामिल हैं।
एक सांसद ने कहा, “इन तीनों के अलावा अमर सिंह भी में चर्चा में हैं। हालांकि मुलायम का अमर प्रेम जगजाहिर है, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले दिनों जिस अंदाज में उनका विरोध किया, उससे उनके राज्यसभा में नेता बनने की संभावना काफी कम है।”
उन्होंने कहा, “बेनी के राज्यसभा में सपा के नेता बनने की संभावना काफी कम है। इसमें संदेह नहीं है कि बेनी बहुत बड़े नेता हैं, लेकिन उनके बड़बोलेपन की वजह से उन्हें राज्यसभा में नेता की कुर्सी मिलने में मुश्किलें हो सकती हैं। मुलायम सिंह रेवती रमण सिंह पर दांव लगा सकते हैं। रेवती रमण उनके करीबी और विश्वस्त लोगों में शामिल हैं। रेवती रमण के अलावा सपा नरेश अग्रवाल पर भी दांव लगा सकती है।”
ज्ञात हो कि लोकसभा व राज्यसभा का शीतकालीन सत्र 16 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक चलेगा। इससे पहले सपा को राज्यसभा में अपना नेता चुनना होगा। इसलिए राज्यसभा में सपा के नेता बनने के लिए मुलायम के दरबार में सांसदों की पैरवी शुरू हो गई है।
सपा सूत्रों के अनुसार, बेनी प्रसाद वर्मा भी राज्यसभा में सपा के नेता बनने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं। इनके अलावा पश्चिमी उप्र के कुछ सांसद भी प्रयासरत हैं।