कोयम्बटूर/चेन्नई, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। पार्टी में हाशिए पर चल रहे एआईएडीएमके के नेता टी.टी.वी. दिनाकरण और उनके प्रति वफादार विधायक गुरुवार को तमिलनाडु के राज्यपाल सी.एच. विद्यासागर राव से मिलकर मुख्यमंत्री एडाप्पादी के. पलनीस्वामी को हटाने की मांग करेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि उन्हें पार्टी के विधायकों के बहुमत का समर्थन प्राप्त है।
दिनाकरण गुट के नेता थेंगा तमिलसेल्वम ने संवाददाताओं को बताया कि उनका गुट राज्यपाल से मिलेगा जिनसे पहले ही यह कहा गया है कि सरकार के नेतृत्व में बदलाव किया जाना चाहिए। दिनाकरण के गुट का दावा है कि उसके पास 20 विधायकों का समर्थन है जिसमें से 19 विधायक पिछले महीने ही राज्यपाल को यह बता चुके हैं कि मुख्यमंत्री ने उनका विश्वास खो दिया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार को एआईएडीएमके विधायकों के बहुमत का समर्थन प्राप्त है।
उन्होंने कहा, “अधिकांश विधायकों ने कल (मंगलवार को) हुई पार्टी की बैठक में भाग लिया। कुछ विधायक निजी कारणों के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए। हमारे पास बहुमत है।”
वित्त मंत्री डी. जयकुमार ने कहा कि एआईएडीएमके चुनावों से नहीं डरती लेकिन विधायक और लोग चुनाव नहीं चाहते। चुनाव में केवल डीएमके नेता एम.के.स्टालिन की रुचि है लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हो पाएगा क्योंकि उनके अपनी पार्टी के विधायक इसके समर्थन में नहीं हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी तरफ विपक्ष के नेता और डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के.स्टालिन ने कहा कि केवल 109 एआईएडीएमके विधायकों ने बैठक में हिस्सा लिया जो यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री बहुमत खो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक विधानसभा में सरकार बहुमत साबित नहीं कर लेती तब तक सरकार को कोई भी नीतिगत निर्णय लेने से रोकना चाहिए।
234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 117 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होती है।