जयपुर, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान के कैराली जिले के हिंडौन शहर में मंगलवार को हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया। एससी-एसटी कानून को कथित रूप से कमजोर करने के अदालत के फैसले के खिलाफ सोमवार के भारत बंद के दौरान लूटमार और तोड़फोड़ करने वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतरी भीड़ ने कुछ दलित नेताओं के घरों में आग लगा दी। इनमें भाजपा की दलित विधायक का घर भी शामिल है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग मंगलवार को सड़क पर उतर आए और सोमवार की हिंसा में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। हिंसा करने वालों पर कार्रवाई की मांग करने वाली भीड़ खुद हिंसा पर उतारू हो गई और दलित नेताओं के घरों में आग लगा दी। इनमें भाजपा विधायक राजकुमारी जाटव और कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री भरोसीलाल जाटव के घर शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह जब पुलिस ने फ्लैग मार्च किया तो कुछ असामाजिक तत्वों ने हिंसा की और पुलिस के साथ भिड़ गए।
अधिकारियों ने कहा कि जब हल्के बल प्रयोग का असर नहीं हुआ तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जो एक सरकारी स्कूल में गिरे। इससे स्कूल में भगदड़ मच गई और 10 से अधिक बच्चे घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने बताया कि कर्फ्यू बुधवार सुबह तक जारी रहेगा। 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।
उधर, राज्य के पुलिस प्रमुख ओ.ओ.गल्होत्रा ने बताया कि हिंडौन को छोड़कर राज्य के बाकी हिस्सों में मंगलवार को हालात सामान्य रहे।
उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न शहरों में पुलिस की 23 कंपनियां तैनात हैं। प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च निकाले गए हैं। सोमवार को लूट, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोपों में कुल 172 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में एक हजार लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। कुछ अन्य की तलाश जारी है।