विष्णु मखिजानी
विष्णु मखिजानी
नई दिल्ली, 26 जनवरी (आईएएनएस)। गणतंत्र दिवस परेड आमतौर पर अपने धूमधाम और भव्यता के लिए जाना जाता है, लेकिन 66वां गणतंत्र दिवस दो अन्य बातों के लिए याद किया जाएगा-पहला महिलाओं का शक्ति प्रदर्शन और दूसरा मुख्य अतिथि के रूप में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की मौजूदगी।
इस बार भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना की महिलाओं की टुकिड़यों ने राजपथ पर परेड किया।
भारतीय नौसेना की टुकड़ी का नेतृत्व महिला अधिकारी ने किया, जबकि विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर महिलाओं की एक टीम के पहुंचने की उनकी सफलता को झांकी में प्रस्तुत किया गया।
इससे पहले महिला विंग कमांडर द्वारा रविवार को ओबामा को गार्ड ऑफ ऑनर दिलाया जाना, मोदी का भारत में महिला सशक्तीकरण के प्रदर्शन का तरीका था, बावजूद इसके कि देश में महिलाओं के शोषण की कहानियां मौजूद हैं।
सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई और फ्लाइंग पास्ट के प्रभावित होने की संभावना थी, लेकिन मौसम थोड़ा ठीक होने पर यह संभव हो पाया, हालांकि, आसमान बादलों से घिरा हुआ था।
पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले इंडिया गेट पहुंचे और अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र अर्पित किया।
इसके बाद वह ओबामा और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्वागत करने राजपथ के सलामी मंच पर पहुंचे।
परेड की शुरुआत से पहले प्रणब ने कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान शहीद हुए मेजर मुकुंद वरदराजन और नायक नीरज कुमार सिंह को मृत्युपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। यह सम्मान शहीद जवानों की पत्नियों को दिया गया।
परेड के दौरान देशभक्ति के गीत ‘सारे जहां से अच्छा’, ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ बजते रहे।
राजपथ पर 18 राज्यों सहित अलग-अलग विभागों की 25 झांकियां निकलीं।
आंध्र प्रदेश की झांकी में फसलों के उत्सव को दिखाया गया, मध्य प्रदेश ने भगोरिया उत्सव, उत्तराखंड ने केदारनाथ, सिक्किम ने इलायची की खेती, असम ने नदी पर स्थित विश्व के सबसे बड़े द्वीप माजौली को फिर से बनाती हुई झांकी पेश की, इसके अतिरिक्त तेलंगाना की झांकी में गोलकुंडा का किला बनाते हुए और हरियाणा की झांकी में सुल्तानपुर चिड़ियां अभयारण्य को दिखाया गया।
औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग की झांकी में ‘मेक इन इंडिया’ को पेश किया गया और उसमें स्मार्ट सिटी की पृष्ठभूमि के बीच मशीन से बना शेर दिख रहा था। इसका लक्ष्य भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देना है।
कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ प्रधानमंत्री की एक अन्य पहल ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ को भी परेड में शामिल किया गया। मोदी ने 22 जनवरी को हरियाणा के पानीपत में इस अभियान की शुरुआत की।
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकियों के गुजरने के दौरान तालियों की गड़गड़ाहट सुनी गई जिसमें गंगा को इसके उद्गम केंद्र हिमाचल से निकलते हुए दिखाया गया।
राजपथ से झांकियों के गुजरने की प्रक्रिया पूरे होते और स्कूली बच्चों की परेड के बाद मौसम भी साफ होने लगा, जिसके बाद वायु सेना का तीन एमआई-35 विमान आसमान में उड़ा।
इसके बाद सेना में शामिल किए गए सी-130जे सुपर हक्र्युलिस, पी81, मिग-29 लड़ाकू विमान के साथ और सी-17 सुखोई सु-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और जगुआर के साथ उड़ा।