मुंबई, 29 जून (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के हाल के एक बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए रिजर्व बैंक ने कहा कि मीडिया ने उनके बयान का गलत अर्थ लगाया कि विश्व के सामने महामंदी का खतरा है।
रिजर्व बैंक ने रविवार शाम एक बयान में कहा, “राजन ने अपने बयान में कहा था कि दुनिया के प्रमुख केंद्रीय बैंक जो नीति अपना रहे हैं, उसके ‘बेगर दाई नेबर’ नीति में बदलने का खतरा है, जो 1930 के दशक में अपनाया गया था।”
बेगर-दाई-नेबर नीति का मतलब उन नीतियों से है, जो कोई देश अपनी अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए अपनाता है, लेकिन उसके स्वाभाविक परिणामस्वरूप दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर होता है।
रिजर्व बैंक के बयान में कहा गया है, “महामंदी के कारण थे, सिर्फ बेगर-दाई-नेबर नीति नहीं थी। गवर्नर राजन का यह नहीं कहना था कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने कोई जोखिम है, जिसमें वस्तुत: धीमे-धीमे सुधार हो रहा है, चाहे भले ही कुछ अनिश्चितता कायम हो।”
गत सप्ताह लंदन बिजनेस स्कूल में राजन ने कहा था कि दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंक जो नीतियां अपना रहे हैं, उसके बेगर-दाई-नेबर नीति में बदल जाने का खतरा है, जिसे विभिन्न देशों ने 1930 के दशक में अपनाया था।
राजन ने खेल के नए नियम बनाने की अपील की थी।
राजन ने खास तौर से अमेरिका, इंग्लैंड और जापान की शून्य के बराबर ब्याज दरों का उल्लेख किया, जो ये अपने देश की अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए अपना रहे हैं।