(खुसुर-फुसुर)– मप्र भाजपा के एक नेताजी जो संगठन के रास्ते नेतागिरी करते हैं और नए-नए संगठन में भारी भरकम पद से नवाजे गए हैं का मोबाइल फ़ोन बंद रहने की शिकायत कार्यकर्ता मुखर हो कर करते हैं.जब नेताजी से पुछा गया तब उन्होंने कहा मोबाइल मेरे लिए है ना की दूसरों के लिए.नेताजी अपनी मर्जी के अनुसार ही मोबाइल का बटन दबाते हैं.
लोकतंत्र के चुनाव में पटखनी खा चुके इन नेताजी को आम जन से जुड़ने में कोई रूचि नहीं है लेकिन आम जन का वोट पाने के लिए चुनाव जरूर लड़ते हैं.अब देखना है सत्ता में रहते ये क्या गुल खिलाते हैं,यह तो पक्का है की जनता से इन्हें कोई सरोकार नहीं है.